क्या कठुआ में आतंकियों ने की तीन लोगों की नृशंस हत्या? केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया गहरी साजिश

क्या कठुआ में आतंकियों ने की तीन लोगों की नृशंस हत्या? केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया गहरी साजिश

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कठुआ के बानी इलाके में आतंकवादियों ने तीन युवकों की नृशंस हत्या कर दी. यह अत्यंत दुखद है. साथ ही साथ यह चिंता का विषय भी है. इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में माहौल खराब करने के पीछे कोई गहरी साजिश नजर आती है.

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में तीन लोगों की हत्या बहुत चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि इन हत्याओं के पीछे आतंकवादियों की संलिप्तता हो सकती है. शनिवार को कठुआ के बिलावर तहसील के एक दूरदराज के इलाके में एक झरने के पास तीन लोगों के शव मिले. मृतकों की पहचान दर्शन सिंह और योगेश सिंह और वरुण सिंह के रूप में हुई है.

अधिकारियों के मुताबिक, ये तीनों 5 मार्च को बिलावर तहसील के लोहाई मल्हार में एक शादी समारोह से लौटते समय लापता हो गए थे. तीनों मृतकों में वरुण सिंह सबसे छोटा है. उसकी उम्र 15 बरस थी. दर्शन सिंह और योगेश सिंह, वरुण सिंह के रिश्तेदार थे.

हत्या के पीछे कोई गहरी साजिश- जितेंद्र सिंह

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कठुआ के बानी इलाके में आतंकवादियों ने तीन युवकों की नृशंस हत्या कर दी. यह अत्यंत दुखद है. साथ ही साथ यह चिंता का विषय भी है. इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में माहौल खराब करने के पीछे कोई गहरी साजिश नजर आती है. उन्होंने कहा कि हमने इस मामले पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की है.

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव खुद जम्मू पहुंच रहे हैं ताकि मौके पर जाकर स्थिति का आकलन किया जा सके. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और लोगों का विश्वास मजबूत बना रहे. जितेंद्र सिंह उधमपुर से बीजेपी के लोकसभा सासंद हैं.

शवों पर चोट के कोई निशान नहीं

अधिकारियों ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद शवों को घटनास्थल से निकाला गया. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में आतंकवादी घटना की संभावना खारिज की गई है क्योंकि शवों पर चोट के कोई निशान नहीं है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा. अधिकारियों ने बताया कि दर्शन ने रात करीब साढ़े आठ बजे अपने घर पर आखिरी बार फोन कॉल करके बताया था कि वे रास्ता भटक गए हैं. जब वे घर वापस नहीं लौटे तो पुलिस और सेना ने उन्हें खोजने के लिए तलाश अभियान शुरू किया.

विधानसभा में शुक्रवार को उठाया था यह मुद्दा

बीजेपी विधायक सतीश शर्मा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में शुक्रवार को यह मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि मैं सदन को तीन आम नागरिकों के लापता होने के बारे में सूचित करना चाहता हूं. हम सरकार से जवाब चाहते हैं.