Jharkhand: CPI माओवादी गिरफ्तारी और हथियार जब्ती मामले में NIA की बड़ी कार्रवाई, 23वें आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
झारखंड में सीपीआई (माओवादी) की गिरफ्तारी और हथियार जब्ती मामले में NIA ने एक और आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है. आरोपी पर प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के टॉप कमांडर प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचने का आरोप है.
Jharkhand News: झारखंड में सीपीआई (माओवादी) की गिरफ्तारी और हथियार जब्ती मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया. एनआईए ने झारखंड के प्रदीप सिंह चेरो के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. वह इस मामले में 23वें आरोपी हैं.
एनआईए की जांच में कई सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडर और जमीनी मददगारों की संलिप्तता सामने आई है. जांच एजेंसी को इस मामले की जांच जून 2022 में सौंपी गई थी. तब से अब तक एजेंसी पांच पूरक आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. वहीं, इससे पहले मामले की जांच कर रही झारखंड पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था.
आरोपी प्रदीप सिंह चेरो के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है. चेरो पर प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के टॉप कमांडर प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचने का आरोप है. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए(पी) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
फरवरी 2023 में हुआ था सुरक्षा बलों पर यह हमला
चेरो ने फरवरी 2023 में झारखंड के लोहरदगा जिले के पेशरार इलाके में सुरक्षा बलों पर यह हमला किया था. उस समय सीपीआई (माओवादी) के क्षेत्रीय कमांडर रवींद्र गंझू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में माओवादी सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए लोहरदगा के बुलबुल जंगल में जमा हुए थे. गंझू के साथ सक्रिय सीपीआई (माओवादी) कार्यकर्ता बलराम उरांव और मुनेश्वर गंझू के साथ 45-60 और लोग थे.
झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया था, जिसके दौरान उन पर सीपीआई (माओवादी) कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद हुए तलाशी अभियान में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. फिलहाल एनआईए इस मामले की जांच कर रही है.
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