दिल्ली से मुरथल तक का सफर अब मिनटों में, यहां देखें 17 मेट्रो स्टेशन की लिस्ट

दिल्ली से मुरथल तक का सफर अब मिनटों में, यहां देखें 17 मेट्रो स्टेशन की लिस्ट

इस लाइन को दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कहा जाता है. मेट्रो ट्रेन की औसत गति 120 किमी प्रति घंटा होगी. ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटा होगी. दिल्ली से पानीपत पहुंचने में महज एक घंटा लगेगा.

अब दिल्ली से मुरथल जाने के लिए कुछ ही मिनटों में सफर किया जा सकेगा. मुरथल में कई मशहूर ढाबे हैं. दिल्ली के लोग लॉन्ग ड्राइव व लेट नाइट डिनर के लिए वहां जाते हैं. सड़क मार्ग से दिल्ली से मुरथल पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है. यह दूरी लगभग 70 किलोमीटर की है. हालांकि, अब दिल्ली और करनाल के बीच आरआरटीएस कॉरिडोर बनने के बाद इस रूट को महज 30 मिनट में कवर किया जा सका.

अभी दिल्ली और करनाल के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करने में 2.5 घंटे लगते हैं. आरआरटीएस कॉरिडोर बनने के बाद सिर्फ एक घंटे का समय लगेगा. महज 1.5 घंटे में लोग हिसार पहुंच सकेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हर 10 मिनट में एक मेट्रो ट्रेन होगी.

ये है स्टेशनों की लिस्ट

इस रूट में कुल 17 स्टेशन बनेंगे. इसकी लिस्ट भी सामने आ चुकी है. इस लिस्ट के अनुसार सराय काले खां, इंद्रप्रस्थ, कश्मीरी गेट, बुरार क्रॉसिंग, मुकरबा चौक, अलीपुर, कुंडली, केएमपी एक्सप्रेसवे इंटरचेंज, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, मुरथल, बरही-गनौर, समालखा, पानीपत साउथ, पानीपत नॉर्थ, पानीपत डिपो, आईओसीएल पानीपत , घरौंदा, मधुबन और करनाल हैं.

दो अंडरग्राउंड स्टेशन भी

बता दें कि इस लाइन को दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कहा जाता है. मेट्रो ट्रेन की औसत गति 120 किमी प्रति घंटा होगी. ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटा होगी. दिल्ली से पानीपत पहुंचने में महज एक घंटा लगेगा. हजरत निजामुद्दीन स्टेशन दिल्ली-अलवर और दिल्ली-मेरठ लाइनों के लिए इंटरचेंज सुविधाओं की अनुमति देगा. वहीं, दो स्टेशन अंडरग्राउंड भी होंगे. रूट व स्टेशनों के नाम आने के बाद से लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है.

दूसरे फेज का भी ट्रायल हुआ शुरू

वहीं, दूसरी ओर दिल्ली से मेरठ जाने के लिए जल्द ही रैपिड ट्रेन चलने वाली है. इसके पहले फेज का ट्रायल भी शुरू हो गया है. पहले फेज के बाद अब दूसरा फेज दुहाई से मोदीनगर के बीच का है. जिसमें दुहाई से मुरादनगर तक वायडक्ट बिछाने के साथ ही ओवरहेड इक्यूपमेंट के इंस्टालेशन का कार्य किया जा चुका है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवाहन निगम ने दूसरे खंड में रैपिड ट्रेन को पहली बार दुहाई से मुरादनगर के निर्माणाधीन रैपिड स्टेशन से एक किलोमीटर पहले तक चलाकर देखा है.