राज कपूर का गाना गाकर भावुक हो गए जस्टिस शाह, बोले- मैं रिटायर होने वाला नहीं
परंपरा के मुताबिक उनकी विदाई के लिए विशेष बेंच आयोजित की गई थी. इस दौरान वह भावुक हो गए. उन्होंने कहा, वह नई पारी का आगाज करेंगे.
कल खेल में हम हो ना हो गर्दिश में तारे रहेंगे सदा… फिल्म मेरा नाम जोकर की इन पंक्तियों के साथ सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम आर शाह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हो गए. हालांकि उन्होंने इसे एक नई पारी का आगाज बताया. उन्होंने कहा कि वह रिटायर होने वाले व्यक्ति नहीं है. वह एक नई पारी की शुरुआत करेंगे. दरअसल परंपरा के मुताबिक उनकी विदाई के लिए विशेष बेंच आयोजित की गई थी. इस बेंच को संबोधित करते हुए वह भावुक हो गए.
उन्होंने संबोधन के दौरान फिल्म मेरा नाम जोकर के गाने की पंक्तियां भी पढ़ीं. जस्टिस एमआर शाह सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ केसाथ इस विशेष बेंच में बैठे थे. वह चार साल में 712 जजमेंट सुना चुके हैं. बता दें, जस्टिस शाह सबसे ज्यादा फैसले देने वाले जजों में शामिल हैं. वह 2 नवंबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्त हुए थे.
सीजेआई ने की एम आर शाह की तारीफ
इस दौरान सीजेआई ने भी जस्टिस एमआर शाह की तारीफ की और उन्हें एक सच्चा दोस्त और कॉलेजियम के बड़े सहयोगी के तौर पर बताया. सीजेआई ने बताया कि शाह हमेशा चुनौतियों के लिए तैयार रहते थे. कोविड के समय भी जब सब घर पर थे और कुछ बेहत गंभीर मामलों की सुनवाई कर रहे थे, तब भी वो चुनौती के लिए तैयार थे. सीजेआई ने कहा कि जस्टिस शाह कुछ पेंडिंग नहीं रखते थे. उन्होंने जस्टिस शाह को हर लहजे में बेहतरीन बताया.
सीजेआई ने भाई की तरह किया प्रोत्साहित- जस्टिस शाह
जस्टिस शाह ने भी सीजेआई की तारीफ की और बताया कि सीजेआई ने उन्हें एक भाई के तौर पर प्रोत्साहित किया . उन्होंने बताया कि उन्हें सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ से बहुत कुछ सीखने को मिला. इसी के साथजस्टिस शाह ने बार और सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों के साथ-साथ सपोर्ट स्टाफ का हर कदम पर उनकी मदद करने के लिए धन्यवाद कहा.