आचार संहिता लगते ही यहां की महिलाएं सड़कों पर उतरीं… क्या है इनकी मांग?

आचार संहिता लगते ही यहां की महिलाएं सड़कों पर उतरीं… क्या है इनकी मांग?

इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के मरीमाता चौराहे पर मौजूद एक शराब की दुकान को बंद करवाने के लिए आज बड़ी संख्या में क्षेत्रीय महिलाएं पहुंचीं. महिलाओं ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थी. उनकी मांग थी कि दुकान को बंद किया जाए. महिलाओं का कहना है कि शराब की दुकान के कारण ज्यादातर शराब के धुत होकर पुरूष महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ गलत हरकतें करते हैं.

देश में चुनावी शंखनाद हो चुका है. 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए बिसात बिछ चुकी है. 4 जून को नतीजे की घोषणा की जाएगी. चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक 19 अप्रैल से मतदान का आगाज होगा जहां पहले चरण में 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.

आज से तारीखों के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो गई है. बता दें कि 1 जून को आखिरी चरण का मतदान होगा जहां 57 सीटों पर वोटिंग की जाएगी. इसी बीच लोकसभा चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लगते ही अब विरोध प्रदर्शन भी होने लगे हैं.

सड़कों पर उतरी महिलाएं

ताजा मामला सामने आया मध्य प्रदेश के इंदौर से जहां शराब की दुकानों को बंद करवाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए. इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के मरीमाता चौराहे पर मौजूद एक शराब की दुकान को बंद करवाने के लिए आज बड़ी संख्या में क्षेत्रीय महिलाएं पहुंचीं. महिलाओं ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थी. उनकी मांग थी कि दुकान को बंद किया जाए.

पुरुष करते हैं छेड़खानी

महिलाओं का कहना है कि शराब की दुकान के कारण ज्यादातर शराब के धुत होकर पुरूष महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ गलत हरकतें करते हैं जिसकी शिकायत भी थाने पर की गई है. लेकिन अबतक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई. साथ ही आबकारी विभाग सहित बाकी अधिकारियों को भी शराब दुकान बंद करवाने को लेकर शिकायत की गई, लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई उसी के चलते आज महिलाओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.

रिपोर्ट- संदीप मिश्रा/ इंदौर