Manipur violence: मणिपुर को नहीं टूटने देंगे, CM बीरेन सिंह ने विधायकों की मांग की खारिज
मणिपुर के 10 विधायकों ने अमित शाह को पत्र लिखकर अलग राज्य की मांग की है.पत्र लिखने वालों में सात विधायक बीजेपी से भी थे. उनका कहना है कि राज्य आदिवासियों की रक्षा करने में बुरी तरह फेल है.
इंफाल: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कुकी बहुल जिलों को अलग राज्य देने की मांग को सोमवार को खारिज कर दिया. बता दें कि 10 विधायकों ने इसको लेकर मांग की थी. इसमें बीजेपी के सात कुकी पीपुल्स अलायंस के दो और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं.मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा मणिपुर की अखंडता को कोई खतरा नहीं है.
मणिपुर में चिन-कुकी-मिज़ो-ज़ोमी समूह से संबंधित 10 आदिवासी विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शह को पत्र लिखा था.और अलग राज्य देने की बात कही थी. सीएम एन बीरेन सिंह ने सोमवार को अमित शाह से मुलाकात की थी.मीडिया से जुड़े सूत्रों के अनुसार सीएम ने इस मांग के बारे में गृह मंत्री अमित शाह को बताया था.
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राज्य की अखंडता को प्रभावित होने वाली नहीं है- एन बीरेन सिंह
वहीं सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि इस तरह की स्थिति राज्य की अखंडता को प्रभावित होने वाली नहीं है. वहीं अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि केंद्र मौजूदा स्थिति से मजबूती से निपटेगा और मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में काम करेगा. सीएम ने लोगों से अफवाहों और असत्यापित सूचनाओं पर विश्वास न करने का भी आग्रह किया.
सीएम ने गृह मंत्री अमित शाह से की मुलाकात
मणिपुर सरकार के एक हालिया आदेश को जारी कर बताया है कि व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल झूठी सूचना फैलाने के लिए किया जा रहा है. आदेश में आगे कहा गया है कि प्रदर्शनकारी और आंदोलनकारी को सोशल मीडिया पर जानकारी का उपयोग करके लामबंद किया जा रहा है और उन्हें तोड़फोड़ करने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
मणिपुर के कुछ जिलों से ताजा हिंसा के कुछ मामले सामने आने के कुछ ही घंटे बाद यह बैठक हुई.चूंकि पहाड़ी राज्य में ताजा हिंसा हुई, एन बीरेन सिंह एक चार्टर्ड विमान से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुआ.
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