Manipur: कांगपोकपी में आज फिर भड़की हिंसा; प्रदर्शनकारियों ने की पत्थरबाजी, कई घायल
विरोध रैली के हिंसक होने का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें प्रदर्शनकारियों को पत्थराव करते हुए देखा जा सकता है.
कांगपोकपी. मणिपुर के कांगपोकपी जिले में शनिवार को हिंसा भड़कने की खबर सामने आई है. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबलों के घायल होने की भी खबर है. जानकारी के मुताबिक शनिवार को प्रदर्शनकारी विरोध रैली में हिस्सा ले रहे थे कि तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की. इस पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें प्रदर्शनकारियों को पत्थराव करते देखा जा सकता वहीं सुरक्षाकर्मी भी इसका जवाब देते हुए फायरिंग करते हैं.
#WATCH | Several protesters & members of security forces in Kangpokpi district, Manipur injured as a protest rally turned violent. The incident of violence was reported.
People were protesting over the alleged injustice of state govt against land rights of tribal population. pic.twitter.com/7tAdNYvyzv
— ANI (@ANI) March 11, 2023
क्यों हो रहा विरोध प्रदर्शन?
जानकारी के मुताबिक ये विरोध प्रदर्शन राज्य के कुछ हिस्से को संरक्षित क्षेत्र घोषित किए जाने के फैसले के खिलाफ हो रहा है.वहीं लोगों का कहना है कि आदिवासी आबादी के भूमि अधिकारों के खिलाफ राज्य सरकार के कथित अन्याय को लेकर लोग विरोध कर रहे हैं. इससे पहले शुक्रवार को भी विरोध रैली के दौरान हिंसा भड़ गई थी.
पुलिस ने छोड़े थे आंसू गैस के गोले
पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इंडिजिनस ट्राइबल लीर्ड्स फोरम (आईटीएलएफ) समेत कई निकायों द्वारा आहूत विरोध रैली में शामिल होने के लिए भारी संख्या में कांगपोकपी शहर में थॉमस के पास इकट्ठे हुए. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की, जिसके बाद हिंसक झड़प शुरू हो गई. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल भी किया गया.
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अधिकारियों ने इस बारे में जानिकारी देते हुए कहा कि इस दौरान आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के कारण कम से कम पांच प्रदर्शनकारी घायल हो गए जबति प्रदर्शकारियों की तरफ से की गई पत्थरबाजी में कुछ सुरक्षाकर्मियों के भी घायल होने की खबर है. उन्होंने बताया कि हालात को बाद में काबू कर लिया गया. राज्य के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी संवैधानिक प्रावधानों को चुनौती दे रहे थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि, लोग अफीम की खेती और नशीली दवाओं के कारोबार के लिए आरक्षित वनों, संरक्षित वनों का अतिक्रमण कर रहे थे. बता देंं, कांगपोकपी और चुराचांदपुर जिलों में गुरुवार को धारा 144 लागू की गई थी.
(भाषा से इनपुट)