हिजाब पहनकर कैसे आई तुम? मेरठ में गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल ने छात्रा को रोका, DISO ने बैठा दी जांच

हिजाब पहनकर कैसे आई तुम? मेरठ में गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल ने छात्रा को रोका, DISO ने बैठा दी जांच

मेरठ के खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज में हिजाब को लेकर विवाद गहरा गया है. एक छात्रा ने प्रिंसिपल पर हिजाब पहनने से रोकने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया. इसके बाद डीआईओएस ने जांच के आदेश दिए हैं और सीसीटीवी फुटेज की मांग की है.

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज इन दिनों विवादों के दायरे में आ गया है. कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा ने प्रिंसिपल पर हिजाब पहनने से रोकने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल की थी. वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) ने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज भी जुटाने के आदेश दिए गए हैं.

मेरठ के थापर नगर स्थित खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज में हिजाब को लेकर हुआ विवाद अब जांच के दायरे में आ गया है. एक छात्रा ने स्कूल प्रिंसिपल पर हिजाब पहनने से रोकने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किए जाने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) राजेश कुमार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित टीचर को पूछताछ के लिए बुलाया है. साथ ही स्कूल के सीसीटीवी फुटेज भी मांगे गए हैं.

हिजाब को लेकर हुआ विवाद

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्रा स्कूल के ऑफिस में बैठी है और उसकी एक शिक्षिका से हिजाब को लेकर बहस हो रही है. छात्रा का आरोप है कि उसे सिर्फ इसलिए स्कूल में प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि वह हिजाब पहनकर आई थी. उसने यह भी कहा कि स्कूल प्रशासन ने उससे चेहरा दिखाने को कहा, जो कि उसे अपमानजनक लगा. इसके विरोध में छात्रा ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

छात्रा के आरोपों को स्कूल प्रबंधन ने बताया बेबुनियाद

डीआईओएस राजेश कुमार ने बताया कि खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज एक अल्पसंख्यक संस्थान है और इस मामले में पारदर्शी जांच के लिए समिति गठित की जा रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह जांच का विषय है कि वीडियो में दिख रही महिलाएं स्कूल की छात्राएं हैं या कोई अन्य व्यक्ति. साथ ही यह भी देखा जाएगा कि स्कूल प्रशासन ने किसी नियम का उल्लंघन तो नहीं किया. दूसरी ओर, स्कूल प्रबंधन ने छात्रा के आरोपों को बेबुनियाद बताया है.

कहां से शुरू हुआ विवाद?

स्कूल प्रिंसिपल का कहना है कि छात्रा अपने साथ दो अन्य बच्चियों के प्रवेश के लिए आई थी और शिक्षिका ने उनसे केवल पहचान के लिए चेहरा दिखाने को कहा था. इसके बाद ही विवाद शुरू हुआ. स्कूल प्रशासन ने यह भी कहा कि उनके संस्थान में पहले से ही कई मुस्लिम छात्राएं पढ़ती हैं और सभी के लिए समान नियम हैं. प्रबंधन का आरोप है कि जानबूझकर स्कूल की छवि खराब करने के उद्देश्य से यह वीडियो वायरल किया गया है.

जांच के लिए गठित की गई कमेटी

फिलहाल, जांच जारी है और प्रशासन की रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. डीआईओएस राजेश कुमार ने बताया कि दो सदस्य जांच टीम इस मामले में गठित की गई है. स्कूल प्रबंधक से भी सीसीटीवी की मांग की गई है.