मुंबई यूनिवर्सिटी ने अपना ही नाम गलत छापा, स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास

मुंबई यूनिवर्सिटी ने अपना ही नाम गलत छापा, स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास

मुंबई यूनिवर्सिटी देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में से एक है, लेकिन इन दिनों यूनिवर्सिटी विवादों में घिरी हुई है. विवाद की वजह यह है कि छात्रों को जो डिग्रियां यूनिवर्सिटी की ओर से दी गईं हैं उनमें मुंबई की स्पेलिंग ही गलत लिखी हुई है.

मुंबई यूनिवर्सिटी देश की प्रमुख और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में से एक है. इन दिनों एक गलती की वजह से यूनिवर्सिटी में हड़कंप मचा हुआ है. यूनिवर्सिटी के छात्रों के ग्रेजुएशन प्रमाणपत्रों पर ‘मुंबई’ शब्द की गलत वर्तनी छप गई. मुंबई की जगह डिग्री पर ‘मुमाबाई’ छप गया. इस वजह से छात्रों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली है. इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा है कि जिनकी डिग्री पर यह गलती हुई है उन्हें बदल दिया जाएगा. वहीं छात्र यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा पर सवाल उठा रहा है.

मुंबई यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठान का इतिहास बहुत पुराना है. इसकी स्थापना 1857 में हुई थी. इस यूनिवर्सिटी से अब तक कई प्रमुख हस्तियां ग्रेजुएशन और अन्य पीजी कोर्सेस कर चुके हैं. 2023-24 के शैक्षणिक सत्र के दौरान जब डिग्री प्रमाणपत्र छात्रों को वितरित किए गए तो उन्हें देखकर सब हैरान रह गए. छात्रों ने देखा कि उनके प्रमाणपत्रों पर ‘मुंबई’ के स्थान पर ‘Mumabai’ लिखा है. जिससे उनमें आक्रोश फैल गया. इस गलती को लेकर छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और इसकी आलोचना की.

दिया गया स्पष्टीकरण

इस घटना के बाद से यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया. यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि यह एक टाइपो है. जिसके कारण कुछ प्रमाणपत्रों में यह गलती हुई है. इस मुद्दे पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने खेद व्यक्त किया है और छात्रों को नए प्रमाणपत्र जारी करने को कहा है. इसके अलावा प्रशासन ने कहा कि नए प्रमाणपत्र जारी करते समय छात्रों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा.

1.64 लाख हुए ग्रेजुएट

बता दें कि मुंबई यूनिवर्सिटी से इस साल कुल 1.64 लाख छात्र ग्रेजुएट हुए हैं. अब सवाल ये उठ रहा है कि कितने छात्रों को इस मुद्रण त्रुटि वाले प्रमाणपत्र मिले हैं. हालांकि यूनिवर्सिटी ने यह स्पष्ट किया है कि यह एक तकनीकी गलती थी और सभी प्रमाणपत्रों को सही किया जा रहा है. इसके बावजूद छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. डिग्री प्रमाणपत्रों की गलत वर्तनी वाले फोटोज सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए हैं.

इस गलती के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है. छात्रों के डिग्री प्रमाणपत्रों में सुधार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है. अब छात्रों को उनके सही प्रमाणपत्र जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे.