नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में चमत्कार के नाम पर आस्था से खिलवाड़, सच सामने आया

नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में चमत्कार के नाम पर आस्था से खिलवाड़, सच सामने आया

नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर को बाबा अमरनाथ की तरह बर्फानी बताने के लिए फर्जी तरीका अपनाया गया और श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया. CCTV फुटेज से कुछ पुजारियों की साजिश का भंडाफोड़ हुआ.

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबक गांव में त्र्यंबकेश्वर मंदिर है. यह हिंदुओं की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है. क्योंकि यहां ज्योतिर्लिंग स्थापित है. अन्य ज्योतिर्लिंग की तुलना में इसका एक खास महत्व इसलिए है क्योंकि यह अकेला ऐसा ज्योतिर्लिंग है जहां सिर्फ भगवान शिव का ही नहीं बल्कि तीन शिवलिंग स्थित हैं. ये ब्रह्मा, विष्णु और महेश यानी त्रिदेव की पहचान माने जाते हैं. यह मंदिर अपने आप में बेहद खास है, इसे बाबा अमरनाथ के जैसा बनाने के लिए झूठा चमत्कार करने की जरूरत नहीं थी. ऋद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करने की जरूरत नहीं थी.

लेकिन ऐसा हुआ है. इस मंदिर को बाबा बर्फानी की तरह दिखाने के लिए यहां के दो-तीन पुजारियों ने बाहर से बर्फ लाकर शिवलिंग पर चिपका दिया और ये बातें फैला दीं कि अमरनाथ की तरह यहां भी बाबा बर्फानी का अस्तित्व है. सीसीटीवी फुटेज से असलियत अब सामने आ चुकी है. इस फर्जी काम को अंजाम देने वाले पुजारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

फर्जी तरीके से ज्योतिर्लिंग को बाबा बर्फानी जैसा बताने की साजिश

विस्तार से खबर यह है कि पिछले साल 30 जून को एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इसमें दावा किया गया था कि मंदिर में शिवलिंग पर बर्फ जम गई है. अब यह पाया गया है कि यह दावा फर्जी था. यह मंदिर के दो-तीन पुजारियों की कारस्तानी थी.

ऐसे शक के दायरे में आई त्र्यंबकेश्वर को बर्फानी बाबा बनाने की कहानी

वायरल वीडियो में शिवलिंग पर बर्फ जमने की बात कई लोगों को हजम नहीं हुई. क्योंकि बाबा अमरनाथ के आसपास का मौसम और नासिक के मौसम में फर्क साफ समझने लाएक था. वो भी जून के महीने में बर्फ जमने की बात पर भरोसा करना मुमकिन नहीं था. ऐसे में महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने मांग की थी कि मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाए. लेकिन मंदिर प्रशासन फुटेज दिखाने को तैयार नहीं था.

सामने आया सच, अब मंदिर प्रशासन उचित समय में रखेगा तथ्य

इसके बाद एक जांच समिति बनाई गई. सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह सच सामने आ गया कि मंदिर के पुजारियों ने बाहर से बर्फ लाकर शिवलिंग पर बर्फ को रख दिया था. इस तरह से आस्था से खिलवाड़ करने की साजिश का भंडाफोड़ हो गया. इस पूरे मामले में मंदिर प्रशासन ने फिलहाल यही कहा है कि उचित समय में मंदिर प्रशासन की ओर से तथ्य सामने रखे जाएंगे.