पत्नी को जहर खिलाया, खुद भी दे दी जान, सुसाइड नोट में लिखा- दोस्त मेरी बेटी को पाल लेना…
बिहार के बेउर में एक शख्स ने बीमार पत्नी को जान से मारने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली. फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस को मौके से एक सुसाइड लेटर मिला है, जिसमें मृतक ने अपनी बेटी को अनाथ आश्रम भेजने की बात कही है. फिलहाल पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है.
बिहार के पटना से दिल दहला देने वाली घटना घटी है, यहां एक शख्स ने अपनी पत्नी को जान से मारने के बाद खुद सुसाइड कर लिया. जानकारी के मुताबिक, शख्स की पत्नी बीमार थी, जिस वजह से वह अक्सर परेशान रहता था. इसी तनाव में आकर उसने पहले बीवी को मार दिया. इसके बाद खुद ने हाथ की नस काटकर, फंदे से लटककर अपनी जान दे दी. फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस को शख्स की ओर से लिखा गया एक सुसाइड लेटर भी मिला है, जिसमें उसने अपनी बेटी को अनाथ आश्रम पहुंचाने की बात की है. वहीं, पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
घटना बेउर के दशरथा गांव की है. यहां 42 साल के पप्पू राय अपनी पत्नी (उम्र 38 साल) पूजा कुमारी और एक सात साल की बेटी के साथ रहते थे. पप्पू, इंद्रपुरी में विकास कुमार नाम के एक युवक के घर में पिछले सात महीने से किराए पर रह रहे था.पप्पू एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. उसकी सैलरी से जैसे-तैसे घर का गुजारा होता था.
ऐसे किया सुसाइड
पुलिस के मुताबिक, पप्पू की पत्नी को गंभीर बीमारी थी. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर पप्पू पत्नी का ठीक से इलाज नहीं करा पा रहा था. इस वजह से वह अक्सर परेशान रहता था. आखिर में हारकर उसने अपनी और पत्नी की जिंदगी खत्म करने की सोची. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की रात पप्पू बाहर से खाना लाया था, इस खाने में पप्पू ने जहर मिला दिया था. घर आने पर यह खाना केवल उसकी पत्नी ने ही खाया था,जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इस दौरान पप्पू ने भी कमरे में जाकर अपने हाथ की पहले नस काटी और इसके बाद पंखे के हुक से लटककर सुसाइड कर लिया.
ये भी पढ़ें
क्या लिखा था सुसाइड लेटर में?
वहीं, जब बेटी ने माता-पिता को ऐसे देखा तो शोर मचाया. इस दौरान वहां स्थानीय लोग आ पहुंचे, जिन्होंने पुलिस को कॉल कर मामले की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था. इस लेटर में पप्पू ने जो लिखा वह देखकर किसी का भी दिल पसीज जाएगा. यह लेटर पप्पू ने अपने एक दोस्त पिंटू कुमार को लिखा था. पप्पू ने लेटर में लिखा था कि वह अपना शरीर त्याग रहा है. ‘तुमसे आखिरी उम्मीद है कि मेरे दोस्त मेरी नहीं रहने पर मेरी बेटी को कहीं अनाथ आश्रम में पहुंचा देना या पाल लेना. तुम्हारा सदा उपकार रहेगा. मेरे मरने के बाद मेरे ससुराल वालों को इसकी जानकारी मत देना क्योंकि यह पत्नी की इच्छा थी. हम दोनों का अंतिम संस्कार कर देना’.