दिल्ली में लोगों को पानी के बढ़े बिलों से मिलेगी मुक्ति, जानें क्या है वन टाइम सेटलमेंट स्कीम?

दिल्ली में लोगों को पानी के बढ़े बिलों से मिलेगी मुक्ति, जानें क्या है वन टाइम सेटलमेंट स्कीम?

दिल्ली सरकार आपके लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लेकर आ रही है. इसके तहत दिल्ली के तकरीबन साढ़े 10 लाख उपभोक्ताओं को फायदा होगा. मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा अगर किसी का पुराना बिल 1 लाख का है लेकिन इस स्कीम के तहत बिल 7 हजार बनता है तो उस उपभोक्ता को उतना ही भरना पड़ेगा. लेकिन अगर कोई बिल नहीं भरता है तो उसका खाता 1 लाख से ही शुरू होगा.

अगर आप दिल्ली में रहते हैं और पानी के ज़्यादा बिल से परेशान हैं तो दिल्ली सरकार आपके लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लेकर आ रही है. इसके तहत दिल्ली के तकरीबन साढ़े 10 लाख उपभोक्ताओं को फायदा होगा. साथ ही दिल्ली जल बोर्ड का रुका हुआ 1400 करोड़ रुपए का रेवेन्यू भी आएगा. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस योजना का ऐलान किया.

दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के बकाया बिलों को लेकर एक बड़ी समस्या है. दिल्ली जल बोर्ड के तकरीबन 27 लाख 65 हजार उपभोक्ता हैं. इनमें से 10 लाख 68 हज़ार उपभोक्ताओं का बिल बकाया है. 11 जनवरी 2023 को पहली बार वन टाइम सेटलमेंट की चर्चा हुई क्योंकि उपभोक्ताओं का कहना था कि उनके पानी के इस्तेमाल से ज्यादा बिल भेजे गए. ये समस्या दिल्ली के 40% उपभोक्ताओं की है. जिसमें दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके से लेकर संगम विहार में रहने वाले उपभोक्ता तक शामिल हैं.

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि अभी की प्रक्रिया के मुताबिक बिल ठीक कराने के लिए उपभोक्ता जल बोर्ड के ZRO के पास जाता है, फिर वो बिलों को देखते हैं. बहुत वक्त लगता है ऐसे में साढ़े 10 लाख लोगों के बिल ठीक करने में सालों लग जाएंगे. इसलिए ये स्कीम लाई जा रही है. 13 जून 2023 को जब मैं दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष और मनीष सिसोदिया मंत्री थे तब ये प्रस्ताव पास हुआ था कि वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लाई जाएगी और सही खपत के अनुसार नया बिल दिया जाएगा.

1 लाख का बिल 7 हजार

सौरभ भारद्वाज ने उदाहरण देते हुए कहा अगर किसी का पुराना बिल 1 लाख का है लेकिन इस स्कीम के तहत बिल 7 हजार बनता है तो उस उपभोक्ता को उतना ही भरना पड़ेगा. लेकिन अगर कोई बिल नहीं भरता है तो उसका खाता 1 लाख से ही शुरू होगा. इससे जल बोर्ड का भी रेवेन्यू बढ़ जाएगा. तो वहीं मंत्री आतिशी ने कहा कि पानी के बिल की समस्या दिल्ली के लोगों की बहुत बड़ी समस्या है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोग पानी के बिल की समस्या को उठा रहे हैं. इन गलत बिलों में मीटर रीडर की ग़लती भी हो सकती है. कोरोना के दौरान डेढ़ साल तक पानी के मीटर की रीडिंग नहीं ली गई. जब उपभोक्ता को लगता है कि उसका बिल गलत आया है तो वो बिल भरना छोड़ देता है. उससे जल बोर्ड को पैसा आना बंद हो जाता है. लोगों की समस्या को दूर करने और जल बोर्ड का रुका पैसा लाने के लिए हम एक कम्प्यूटराइज सिस्टम से बिलों की रिकास्टिंग करेंगे.

जल बोर्ड को 1400 करोड़ का रिवेन्यू आएगा

मंत्री आतिशी ने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि इस वन टाइम सेटलमेंट स्कीम से जल बोर्ड को 1400 करोड़ का रिवेन्यू आएगा. जल बोर्ड ने इस वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को पास कर दिया है आगे शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज के विभाग में जाएगा और फिर कैबिनेट के सामने रखा जाएगा. कैबिनेट से पास होने के बाद लोगों को ठीक बिल मिलेंगे और लोगों को 4 महीने का समय मिलेगा.