नए ऑफिस में कलीग्स के साथ बॉन्डिंग बनाने में हो रही है मुश्किल तो फॉलो करें ये टिप्स

नए ऑफिस में कलीग्स के साथ बॉन्डिंग बनाने में हो रही है मुश्किल तो फॉलो करें ये टिप्स

अगर आपको नए ऑफिस में कलीग्स के साथ बॉन्डिंग बनाने में परेशानी हो रही है, तो आप यहां दिए गए टिप्स भी फॉलो कर सकते हैं. इससे आप अपने कलीग्स के साथ एक बेहतर बॉन्डिंग बना पाएंगे.

नए ऑफिस में बहुत से लोगों को अपने कलीग्स के साथ बॉन्डिंग बनाने में बहुत ही मुश्किल आती है. कई बार ये उनके कॉन्फिडेंस को कम कर देता है. इस वजह से काम करना भी बहुत ही मुश्किल हो जाता है. ऐसे में यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं. इन टिप्स को फॉलो करके आप अपने कलीग्स के साथ बेहतर बॉन्डिंग बनाने में कामयाब रहेंगे. इससे न केवल आपका काम करने में मन लगेगा बल्कि आपके काम की प्रोडक्टिविटी भी बढ़गी है. इससे आपको वर्कलोड भी कम लगता है.

आप ऑफिस में बहुत ही कंफर्टे के साथ काम कर पाते हैं. लेकिन कुछ लोगों के लिए अपने कलीग्स को इंप्रेस करना बहुत ही मुश्किल होता है. ऐसे में कलीग्स के साथ बॉन्डिंग बनाने के लिए आप कौन से टिप्स फॉलो कर सकते हैं आइए जानें.

बातें ध्यान से सुनें

जब भी आपके कलीग्स आपके साथ बात करें तो उनकी बातों को ध्यान सुनें. कई बार हम अपना ही बोलते रहते हैं. इससे सामने वाला अपनी बात नहीं रख पाता है. ऐसे कम्युनिकेट करना काफी मुश्किल हो जाता है. अपने कलीग्स की बात को महत्व दें. इससे आप और आपके कलीग की नजदियां बढ़ेगी.

मुस्कुराएं

कुछ लोग मुंह बनाकर बैठे रहते हैं. लेकिन ये नकारात्मकता को दिखाता है. इस वजह से लोग आपसे दूर भागते हैं. कोशिश करें कि अपने चेहरे पर हल्की मुस्कान रखें. ये चीज आपके पॉजिटिव एटीट्यूड को दिखाती है. इससे लोग आपकी ओर अट्रैक्ट होते हैं.

शो ऑफ करने से बचें

कई बार हम शो ऑफ करने के चक्कर में चीजों को बहुत ही बढ़ा-चढ़ाकर बोलते हैं. ये हम पर ही भारी पड़ जाता है. ऐसे लोगों के साथ कोई ज्यादा देर रहना पसंद नहीं करता है. इसलिए अपने कलीग्स के सामने बड़ी-बड़ी बातें न बोलें. चीजों को उनके सामने सीधे तौर पर रखें. बनावटी बातों को करने से बचें.

डिस्कशनका हिस्सा बनें

जब आपके कलीग्स के बीच कोई बात हो रही हैं तो उसका हिस्सा बनें. कोशिश करें आप भी उसमें इंवॉल्व हो सकें. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो खुद को कटा-कटा महसूस करेंगे. जरूरी नहीं कि आप हर बात में बोलें. कुछ टॉपिक्स ऐसे भी होते हैं जिस पर आप अपनी राय भी दे सकते हैं. बता सकते हैं कि आप इस बारे में क्या सोचते हैं.

टी और लंच ब्रेक

टी और लंच ब्रेक के दौरान अपने कलीग्स के साथ आप अच्छे से इंटरेक्शन कर सकते हैं. ये एक समय है जब आप अपने कलीग्स के साथ एक अच्छा बॉन्ड बना सकते हैं.