व्हिकल स्क्रैपिंग, ग्रीन एनर्जी और गोबर गैस प्लांट पर क्या बोले PM मोदी- बड़ी बातें
हरित विकास पर बजट के बाद के पहले वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन में जितना कमांडिंग पोजिशन में होगा उतना ही बड़ा बदलाव वो विश्व में ला सकता है.
इस बजट के माध्यम से हमने हर इन्वेस्टर्स को आमंत्रित किया है. हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि रिन्यूएबल एनर्जी रिसोर्सेज को लेकर भारत जो लक्ष्य तय करता है उसे समय पर पूरा करके दिखाता है. हमारी सरकार जिस तरह से बायो फ्यूल पर जोर दे रही वो सभी इन्वेस्टर्स के लिए बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है. पीएम मोदी ने हरित विकास पर बजट के बाद के पहले वेबिनार में यह बात कही है.
पीएम मोदी ने कहा, भारत में सोलर, बायो गैस का पोटेंशियल किसी गोल्ड माइंस से कम नहीं है. भारत में गोबर से 10 हजार मिलियन क्यूबिक मीटर बायो गैस की उत्पादन की संभावना है. इस बजट में सरकार ने गोवर्धन योजना के तहत 500 नए प्लांट लगाने की घोषणा की है. इन आधुनिक प्लांट पर 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होगा.
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें-
- मैं एनर्जी वर्ल्ड से जुड़े हर स्टॉक होल्टर को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करता हूं. इस बजट के माध्यम से भारत ने हर हरित निवेशकों को अपने यहां निवेश करने का अवसर दिया है.
- भारत की वाहन स्क्रैपिंग नीति हरित विकास नीति का अहम हिस्सा है. वाहन स्कैपिंग को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने इस बार के बजट में 3 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. आने वाले समय में 3 लाख गाड़ियां स्क्रैप होंगी.
- हमारी सरकार ने जैव ईंधन पर जोर दे रही है और सभी निवेशकों के लिए बड़े अवसर लेकर आई है. देश में एग्री-वेस्ट की कमी नहीं है. देश के कोने-कोने में एथनॉल प्लांट लागने के मौके को निवेशकों को छोड़ना नहीं चाहिए.
- 2014 के बाद से देश में जितने भी बजट आए हैं उनमें एक पैटर्न देखने को मिला. हमारी सरकार का हर बजट वर्तमान चुनौतियों के समाधान के साथ ही नए युग के सुधार को आगे बढ़ाता रहा है.
- ग्रीन विकास और ऊर्जा संक्रमण के लिए भारत की रणनीति के तीन मुख्य स्तंभ हैं. उत्पादन बढ़ाना, अपनी अर्थव्यवस्था में जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल कम करना और देश में गैस आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ तेज गति से आगे बढ़ना है.
- इस साल के बजट में भी इंडस्ट्री के लिए ‘ग्रीन क्रेडिट’ हैं तो किसानों के लिए पीएम-प्रणाम योजना है. ग्रीन ग्रोथ को लेकर इस साल के बजट में जो प्रावधान किए गए हैं वो एक तरह से हमारी भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास है.
- अब बजट आ चुका है. संसद में पेश हो चुका है. अब हम सब मिलकर इस बजट की एक-एक चीज को बहुत अच्छे तरीके से कैसे लागू करें, इनोवेशन कैसे करें, आप और आपकी टीम आगे आए.
- भारत ग्रीन एनर्जी से जुड़ी टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया में लीड ले सकता है. ये बजट आपके लिए एक अवसर तो है ही साथ में इसमें भविष्य की सुरक्षा गारंटी भी है.
- यह बजट भारत को वैश्विक हरित ऊर्जा बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में खुद को स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा.
- भारत में गोबर से 10 हजार मिलियन क्यूबिक मीटर बायो गैस की उत्पादन की संभावना है. गोवर्धन योजना के लिए बजट में राशि आवंटित की गई है.