इंदिरा इज बैक… प्रयागराज में लगे पोस्टर, वायनाड के रिजल्ट से पहले प्रियंका को दी बधाई

इंदिरा इज बैक… प्रयागराज में लगे पोस्टर, वायनाड के रिजल्ट से पहले प्रियंका को दी बधाई

प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर प्रयागराज में एक पोस्टर ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है , जिसमें उन्हें वायनाड उपचुनाव में अग्रिम जीत की बधाई दी गई है. पोस्टर में इंदिरा गांधी और प्रियंका की फोटो के साथ लिखा गया है इंदिरा इज बैक. वायनाड के उपचुनाव के नतीजे कल 23 नवंबर को घोषित होंगे

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक पोस्टर ने राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. दरअसल, कांग्रेस महासचिव को लेकर नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक शहर प्रयागराज के एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने एक पोस्टर लगाकर उन्हें वायनाड लोकसभा में अग्रिम जीत की बधाई दी है. यह पोस्टर आनंद भवन पर लगाया गया है. पोस्टर में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और प्रियंका की एक साथ फोटो लगाई गई है और इसके साथ लिखा गया है, इंदिरा इज बैक.

इस पोस्ट की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है. कांग्रेस महासचिव को लेकर इससे पहले भी ऐसे पोस्टर लगाए जा चुके हैं. पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सीट फूलपुर भी प्रयागराज जिले में है. कांग्रेस के कार्यकर्ता अक्सर ऐसे पोस्टर लगाकर प्रियंका और राहुल गांधी से मांग करते हैं कि वे यहां से चुनाव लड़ें.

कल आ रहे हैं वायनाड के नतीजे

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वायनाड से लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार हैं. इस उपचुनाव के साथ प्रियंका गांधी ने पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा है. यह सीट उनके भाई और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली हुई थी.

राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में दो जगह से चुनाव लड़े थे, जिनमें केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की अमेठी सीटें शामिल थीं. दोनों सीटों पर उन्होंने जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में वायनाड सीट से इस्तीफा देने का फैसला लिया था. वायनाड सीट पर उपचुनाव के नतीजे कल 23 नवंबर को आ रहे हैं.

आनंद भवन पहले प्रधानमंत्री का निवास

प्रयागराज में स्थित आनंद भवन पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निवास रहा है. वर्तमान में यह भवन संग्रहालय के रूप में प्रयोग होता है. इस भवन का इतिहास आजादी के आंदोलन से भी जुड़ा हुआ है. इस भवन से कांग्रेस पार्टी का भी भावनात्मक लगाव है इसीलिए अक्सर कांग्रेस कार्यकर्ता यहां पोस्टर लगा के अपने शीर्ष नेताओं तक अपना मैसेज पहुंचाना चाहते हैं.