दिल्ली: हनीट्रैप, मर्डर का बदला और नीरज बवानिया गैंग! बर्गर किंग शूटआउट की कहानी

दिल्ली: हनीट्रैप, मर्डर का बदला और नीरज बवानिया गैंग! बर्गर किंग शूटआउट की कहानी

दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग में युवक की हत्या मामले में पुलिस की जांच में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, युवक को बर्गर किंग में हनीट्रैप के तहत बुलाया गया. क्योंकि उसके साथ बर्गर किंग के आउटलेट में एक लड़की भी मौजूद थी.

दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग के आउटलेट में मंगलवार रात हुई गोलीबारी में एक शख्स की मौत हो गई. मृतक का नाम अमन है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अमन की हत्या गैंगवार में हुई है. अमन की अशोक प्रधान गैंग से नजदीकियां थीं. पुलिस को शक है कि वारदात को नीरज बवानिया गैंग के शूटरों ने अंजाम दिया है.

नीरज बवानिया, नवीन बाली और हिमांशु भाऊ सभी एक साथ लॉरेंस गैंग के खिलाफ खुद को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान में मजबूत करने में जुटे हैं. अशोक प्रधान लॉरेंस के लिए काम करता है, इसीलिए नवीन बाली और हिमांशु भाऊ गैंग ने नीरन बवानिया के इशारे पर अमन को मारकर बवानिया के मौसी के बेटे की हत्या का बदला लिया है, ऐसी आशंका दिल्ली पुलिस को है. सूत्रों के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में नीरज बवानिया के रिश्तेदार शक्ति दादा की हत्या कर दी गई थी, जिसकी मुखबिरी का शक नीरज बवानिया गैंग को अमन पर था. शक्ति दादा गैंगस्टर नीरज बवानिया की मौसी की बेटा था.

अमन के साथ बर्गर किंग में एक लड़की थी

पुलिस को शक है कि अमन को बर्गर किंग में हनीट्रैप के तहत बुलाया गया था. क्योंकि अमन के साथ बर्गर किंग में एक लड़की भी मौजूद थी. अमन की हत्या के बाद वह बर्गर किंग से भाग गई. साथ ही मृतक अमन का मोबाइल और पर्स भी साथ ले गई. क्योंकि मृतक के पास से पुलिस को कुछ नहीं मिला. अब पुलिस उस लड़की की तलाश में जुटी है.

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला है. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वारदात को अंजाम देने वाले सभी शूटरों को जल्द से जल्द अरेस्ट किया जाएगा. पुलिस ने बर्गर किंग के कर्मचारियों से भी पूछताछ की है. वारदात के वक्त कौन-कौन से कर्मचारी ड्यूटी पर थे, पुलिस ने उनकी लिस्ट बनाई है.

4 साल पहले मर्डर केस से कनेक्शन!

आज से चार साल पहले साल 2020 में कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना की मौसी के लड़के शक्ति सिंह की छोछी गांव में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. शक्ति सिंह को 14 गोलियां मारी गई थीं. वारदात को 4 हमलावरों ने अंजाम दिया था. हमलावर दो बाइकों से आए थे. वारदात को तब अंजाम दिया गया था, जब शक्ति साथियों के साथ गांव के बाहर तालाब के पास वॉलीबॉल खेल रहा था. नीरज बवाना गैंग को शक था कि अमन ने ही शूटरों को शक्ति के बारे में जानकारी दी थी.