अभिनव अरोड़ा को मंच से क्यों उतारा गया? रामभद्राचार्य ने खुद बताई वजह
बीते दिनों तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने राम कथा के दौरान कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा को डांट लगाई थी. अब उन्होंने अभिनव को मंच से उतारे जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि उसका स्वभाव है कि वो संतों के पास जाकर हरकत करता है.
कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा का एक वीडियो चर्चा में है. इसमें तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य से इसमें उन्हें डांट पड़ते देखा जा सकता है. सुल्तानपुर में महावीरन धाम में बिजेथुआ महोत्सव में राम कथा करने पहुंचे तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर ने अभिनव को मंच से उतारे जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि उसका स्वभाव है कि वो संतों के पास जाकर हरकत करता है. चंचलता करता है और नाचता-कूदता है. मेरी कथा गंभीर विषय पर चल रही थी, इसलिए उसे उतार दिया गया.
तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने कहा, मेरी एक मर्यादा है लेकिन उससे मुझे कोई द्वेष नहीं है. वहीं मंच से उतारने के बाद अभिनव को धमकियां मिलने के सवाल पर रामभद्राचार्य ने कहा कि वो जाने और दूसरे लोग जाने, हम नहीं जानते. बच्चों या किशोरों के राम कथा या भागवत कथा कहने पर रामभद्राचार्य ने कहा कि अच्छा नहीं है. इससे सनातन धर्म को नुकसान हो रहा है.
सीएम योगी के बयान का समर्थन
रामभद्राचार्य ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान ‘बंटोगे तो कटोगे’ पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सीएम योगी के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि हिंदुओं को एक होना चाहिए. इसके साथ ही कई राज्यों में अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़ने पर भी उन्हें अल्पसंख्यक का लाभ दिए जाने पर कहा कि यह गलत है. समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए.
कौन है अभिनव अरोड़ा?
10 साल का अभिनव अरोड़ा कंटेंट क्रिएटर है. कुल लोग उसेबाल संत कहते हैं. अभिनव की पहचान एक यूट्यूबर और इंफ्यूलेंसर की है. सोशल मीडिया पर उसके वीडियोज छाए रहते हैं. इंस्टाग्राम पर उसे 9 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. उसके माता-पिता का दावा है कि अध्यात्म में बेटे की गहरी रुचि है. वो पूरी तरह आध्यात्म में लीन है.