ठाकुर, ब्राह्मण, यादव, मुस्लिम नहीं गुजराती हैं भगोड़े, सब पीएम के चट्टे-बट्टे… सपा नेता सनातन पांडे के बिगड़े बोल
उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सनातन पांडे के खिलाफ हेट स्पीच और जिला निर्वाचन अधिकारी को धमकी देने के आरोप में FIR दर्ज हो चुकी है. इस बीच उन्होंने फिर से विवाद खड़ा कर देने वाला बयान दिया है.
उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार सनातन पांडे अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने विवाद खड़ा करने वाला नया बयान दिया है. उनका कहना है कि इस देश से पैसा लेकर भागने वाले लोग सिर्फ गुजराती हैं. पांडे ने आरोप लगाया कि सभी भगोड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी लोगों में से एक हैं. हाल ही में सपा नेता पर हेट स्पीच को लेकर केस दर्ज हो चुका है, जिसके चलते उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
सनातन पांडे ने कहा, ‘किसानों का कर्जा माफ करेंगे. ये पैसा कहां से आएगा, इस देश के कुछ पूंजीपति 15 लाख करोड़ रुपए लेकर देश से बाहर हो गए. उस 15 लाख करोड़ रुपए से न सिर्फ कर्ज माफ करेंगे बल्कि बेरोजगारी भत्ता भी देंगे. सभी भगोड़ों को खींचकर ले आया जाएगा. जितने भी भगोड़े हैं वो इस देश के कोई ठाकुर, ब्राह्मण, यादव, मुसलमान नहीं हैं, जो भी भगोड़े हैं सब गुजरात के रहने वाले हैं. सब प्रधानमंत्री के चट्टे-बट्टे हैं.’
क्यों हुई सनातन पांडे पर FIR?
सनातन पांडे के खिलाफ हेट स्पीच और जिला निर्वाचन अधिकारी को धमकी देने के आरोप में FIR दर्ज हो चुकी है. पुलिस का कहना है कि पांडे ने बलिया में मीडिया को संबोधित करते हुए कथित तौर पर ये टिप्पणी की. बाद में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग (ईसी) पर सवाल उठाते हुए पांडे का बचाव किया.
#WATCH | Ballia, UP: Samajwadi Party candidate from Ballia Lok Sabha constituency Sanatan Pandey says, “We will waive of farmers’ loans. You might wonder where the money will come from. We will bring back the financial fugitives who have run away with Rs. 15 lakh crores… pic.twitter.com/KB7CbND3dZ
— ANI (@ANI) May 2, 2024
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में पांडे को यह कहते हुए सुना गया कि 2019 में जिला प्रशासन ने उसके साथ गलत व्यवहार किया था. उन्होंने चुनाव आयोग पर भरोसा करते हुए हार स्वीकार कर ली थी और बाद में मतगणना केंद्र से चले गए. पांडे ने आरोप लगाया कि मतगणना केंद्र के बाहर उन पर हमला किया गया और उनके वाहन को “सरकार के पक्ष के लोगों” ने क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने कथित तौर पर यह भी कहा कि वह इस बार ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति बर्दाश्त नहीं करेंगे.
बलिया सीट पर 1 जून को वोटिंग
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने कहा कि अगर हम जनता द्वारा चुनाव हरा दिए गए तो जनता से वादा करते हुए काउंटिंग सेंटर से बाहर आ जाऊंगा. अगर जनता ने हमको चुनाव जीताया और यहां का प्रशासन या बीजेपी का तंत्र मुझे नहीं रोक पाएगा. अगर ऐसा होता है तो उस प्रांगण से बाहर सनातन पांडेय की लाश आएगी या कलेक्टर की लाश आएगी. पांडे के खिलाफ ये केस लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं के साथ-साथ आईपीसी की चार धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. 2019 के चुनावों में पांडे ने बलिया में 45.79 फीसदी वोट हासिल किए थे और 47.36 फीसदी के साथ बीजेपी के वीरेंद्र सिंह से हार गए थे. बलिया लोकसभा सीट पर 1 जून को मतदान होगा.