MP: शादी से पहले आलीशान घर, लग्जरी गाड़ी… गर्लफ्रेंड की ख्वाहिश पूरा करने के चक्कर में बन गया हत्यारा
शिवपुरी जिले के बदरवास थाना प्रभारी रवि चौहान ने बताया कि इंजीनियर की हत्या का खुलासा करने में काफी दिनों तक लगातार हाइवे की सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया था. घटना के दिन तीनों आरोपियों को कभी एक साथ तो कभी अलग-अलग देखा गया था. पुख्ता जानकारी जुटाने के बाद अभिषेक रघुवंशी को राउंड अप किया था. पकड़े गए आरोपियों ने हत्या के जुर्म की कुबूल किया है.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. गर्लफ्रेंड से शादी के बाद उसकी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए आरोपी ने गैंग बना लिया. पिस्टल-कारतूस खरीदकर लूट व हत्या की वारदात को अंजाम दे डाला. लूट के लिए एक सब इंजीनियर की हत्या कर दी. पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. आरोपियों ने 21 अप्रैल की देर शाम गुना के सब इंजीनियर संजेश कुशवाह की लूट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस को संजेश का शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी. मंगलवार को पुलिस ने हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने पकड़े सब इंजीनियर के हत्यारोपी
इंजीनियर संजेश कुशवाह की हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा हैं. एक आरोपी लुकवासा चौकी क्षेत्र उकावल गांव का रहने वाला 22 साल का अभिषेक रघुवंशी है. वहीं, दो आरोपी गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र के बमूरिया गांव के रहने वाले विवेक उर्फ राम अवतार पुत्र बृजेश रघुवंशी (22) और अभिषेक उर्फ भूरा पुत्र रामवीर सिंह रघुवंशी (21) हैं. पकडे गए तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं.
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लूट के दौरान की थी इंजीनियर की हत्या
कोलारस एसडीओपी विजय यादव ने बताया कि गुना शहर के शिवपुरम कालोनी का रहने वाला संजेश पुत्र परमाल सिंह कुशवाह पेशे से इंजीनियर था. साथ ही वह किसी बिल्डर के साथ जमीन की खरीद-बिक्री भी करता था. 21 अप्रैल को संजेश अपनी कार से बदरवास में जमीन को नपवाने के लिए निकला था. देर शाम उसका शव बरखेड़ा खुर्द के ओवर ब्रिज पर मिला था. संजेश की गोली मारकर हत्या की गई थी. उसकी कार बामौर गांव से बरामद की थी. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी.
पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए की हत्या
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपियों ने पैसों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किडनेपिंग की साजिश रची थी. तीनों ने प्लान बनाया था कि वह किसी अकेले कार चला रहे व्यक्तियों को लिफ्ट के बहाने रोकेंगे और लूट की वारदात को अंजाम देंगे. तीनों रविवार को पाटई गांव के पास गुरुद्वारा पर बाइक पर सवार होकर पहुंचे थे. जहां अभिषेक और भूरा हाइवे पर लिफ्ट मांगने खड़ा हो गया. वहीं, विवेक कुछ दूरी पर कार में सवार लोगों की गिनती फोन पर बताता था.
पीछे से मारी गोली
इसी दौरान संजेश अपनी कार में सवार होकर गुना की ओर जा रहा था. तभी इसकी सूचना विवेक ने अभिषेक को दी. दोनों ने हाइवे पर संजेश से लिफ्ट मांगी और कार रुकने के बाद कार में सवार हो गए. इसके कुछ देर बाद अभिषेक ने संजेश पर पिस्टल तान दी. इस दौरान कार चला रहे संजेश को कार से उतार कर पीछे वाली सीट पर बैठा दिया. संजेश ने बदरवास थाना क्षेत्र के बरखेड़ा खुर्द के ओवर ब्रिज पर कार से उतरने के बाद भागने का प्रयास किया. इसी दौरान अभिषेक ने संजेश को पीछे से गोली मार दी. वह वहां से उसकी कार लेकर फरार हो गये. संजेश की कार बामौर गांव में छोड़कर दोनों भाग गए.
गर्लफ्रेंड की ख्वाहिश पूरी करने के लिए बनाया गैंग
पुलिस के मुताबिक, अभिषेक रघुवंशी का किसी लड़की से प्रेम संबंध चल रहा था. वह अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था. उसकी प्रेमिका शादी के बाद उसके गांव में रहना नहीं चाहती थी. उसकी चाहत थी कि अभिषेक शादी से पहले कोलारस कस्बे में आलीशान मकान और कार खरीदे. प्रेमिका के इसी सपने को पूरा करने के लिए अभिषेक ने गुना के रहने वाले अपने दो रिश्तेदारों भूरा उअर विवेक के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी. तीनों ने मिलकर 25 हजार रूपये की पिस्टल और तीन हजार रूपये के कारतूस खरीदे थे. जिससे संजेश की हत्या कर दी गई.