ठेले वाली वाली एंबुलेंस… महिला का हुआ नसबंदी का ऑपेरशन, फिर ठेले पर लाद कर ले गए परिजन

ठेले वाली वाली एंबुलेंस… महिला का हुआ नसबंदी का ऑपेरशन, फिर ठेले पर लाद कर ले गए परिजन

शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के बदरवास स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कराने आई एक महिला को नसबंदी के बाद ठेले पर ले जाया गया. वहीं महिला को ठेले पर ले जाते हुए ये मामला कैमरे में कैद हो गया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.

मध्य प्रदेश सरकार राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर तरह-तरह के दावे तो करती रहती है. लेकिन स्थित उसके विपरीत नजर आती है. सरकार के दावों की पोल खोलने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला को ठेले पर ले जाया जा रहा है. अस्पताल की तरफ से महिला को ले जाने के लिए स्ट्रेचर या कोई अन्य सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई जिसके बाद परिजन महिला को ठेले पर ले जाने के लिए मजबूर हो गए. वहीं ठेले पर महिला को ले जाने का वीडियो वायरल हो रहा है.

मामला शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के बदरवास का बताया जा रहा है . जहां स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कराने आई एक महिला को नसबंदी के बाद ठेला जाया गया. वहीं महिला को ठेले पर ले जाते हुए ये मामला कैमरे में कैद हो गया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है और सुर्खियों में बना हुआ है. वीडियो बुधवार की रात का बताया जा रहा है.

अस्पताल ने नहीं उपलब्ध कराई सुविधा

जानकारी के अनुसार इन दिनों नसबंदी के ऑपरेशन हो रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को एक महिला नसबंदी कराने के लिए बदरवास स्वास्थ्य केंद्र पर आई. महिला की नसबंदी के उपरांत अस्पताल प्रबंधन द्वारा साधन उपलब्ध नहीं कराए जाने पर महिला को उसके परिजन चार पहिया के ठेले पर अपने घर ले गए, जबकि शासन द्वारा मरीज को घर तक पहुचाने की सुविधा उपलब्ध कराए जाने का आदेश है.

‘सिर्फ सौ रुपए मिलते हैं’

इस संबंध में जब बदरवास के बीएमओ डा. चेतेंद्र कुशवाह से बात की गई तो उनका कहना था कि नसबंदी वाली महिला को घर तक पहुंचाने के लिए सरकार की तरफ से सिर्फ सौ रुपए दिए जाते हैं. लेकिन सौ रुपए में कोई भी प्राइवेट वाहन वाला किसी मरीज को छोड़ने नहीं जाता है. उनके अनुसार ऐसा सिर्फ बदरवास में ही नहीं पूरे मध्य प्रदेश मेंहोताहै.