UP में भेड़िया तो उदयपुर में तेंदुआ, 3 दिन में 3 लोगों को निगला; अब तक नहीं पकड़ पाया वन विभाग

UP में भेड़िया तो उदयपुर में तेंदुआ, 3 दिन में 3 लोगों को निगला; अब तक नहीं पकड़ पाया वन विभाग

उदयपुर जिले के गोगुंदा क्षेत्र की ग्राम पंचायत छाली में आदमखोर तेंदुए ने तीसरे दिन शुक्रवार को एक महिला को अपना शिकार बनाया. अब तक तेंदुआ तीन दिन में तीन लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इससे पूरे गांव में भय का माहौल बना हुआ है.

राजस्थान के उदयपुर जिले में एक तेंदुए ने तीन दिन में तीन लोगों को अपना शिकार बनाया. तेंदुए ने तीन दिन में एक नाबालिग लड़की, एक युवक और एक महिला को अपना शिकार बनाया. आदमखोर तेंदुआ इन लोगों को खींचकर जंगल में ले गया और फिर शिकार करने के बाद भाग गया. आदमखोर तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है. लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं. वन विभाग की टीम भी तेंदुए को पकड़ने की कोशिश में जुटी है, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई.

गोगुंदा थाना क्षेत्र के छाली पंचायत के उमरिया गांव में एक तेंदुए ने पिछले तीन दिन में पांच किलोमीटर के दायरे में करीब तीन लोगों को शिकार बनाया. पहले दिन एक नाबालिक लड़की को मार डाला. लड़की का हाथ चबाने के साथ मुंह, पीठ और छाती भी पूरी तरह से नोच डाली थी. लड़की का शव जंगल के अंदर मिला. वहीं दूसरे दिन एक युवक जो खेत पर काम कर रहा था, उस पर तेंदुए ने हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई. तीसरे दिन एक महिला जो खेत पर काम कर रही थी, उस पर भी हमला किया. महिला को खींचकर जंगलों में ले गया और उसे अपना शिकार बनाया.

डरों से बाहर निकलने में भी डर रहे लोग

आदमखोर तेंदुए के हमले से ग्रामीणों में डर का माहौल है. लोग दहशत के मारे अपने घरों से निकल नहीं रहे हैं. वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में जुटी है, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली. शुक्रवार को ग्रामीण आदमखोर तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग को लेकर सड़क को जाम कर दिया. सूचना मिलते ही वन विभाग सहित बड़ी संख्या में आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों और आक्रोशित लोगों को आश्वासन दिया.

तेंदुए के हमले की पहली घटना

आदमखोर तेंदुए में पहले दिन गोगुंदा थाना क्षेत्र के उड़ीथल गांव में एक नाबालिक लड़की कमला, जो बकरियां चराने जंगल में गई थी और जब देर रात वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश की. जंगल की तरफ तलाश की तो उसका शव पड़ा हुआ मिला. तेंदुए ने उसके हाथ और शरीर के अन्य पार्ट भी नोच रखे थे. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम चार किलोमीटर अंदर से शव को बाहर लाई. लड़की के पिता खेती और मजदूरी करते हैं और वह दो बहनों में से सबसे छोटी थी.

तेंदुए के हमले की दूसरी घटना

दूसरी घटना पास के ही भेवड़िया गांव की है. गांव निवासी खुमाराम जो देर शाम अपने खेत पर काम कर रहा था. उसी दौरान तेंदुए ने उस पर भी हमला कर दिया. जब वह चिल्लाया तो लोग लाठी लेकर जंगल की ओर गए, तब तक खुमाराम को भी तेंदुए ने शिकार बना लिया था. इस हमले के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. जब शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपा तो आदमखोर तेंदुए ने एक और महिला का शिकार कर लिया.

तेंदुए के हमले की तीसरी घटना

शुक्रवार को हमेरी भील जो अपने घर से थोड़ी दूर जंगल के पास स्थित खेत पर चारा काट रही थी, उससे कुछ दूरी पर और कुछ महिलाएं भी थीं, जो चारा काट रही थीं. उसी दौरान पीछे से आए तेंदुए ने महिला पर हमला कर दिया और उसे जबड़ों से दबोच कर झाड़ियों में ले गया. जैसे ही चिल्लाने की आवाज आई तो बड़ी संख्या में आसपास के सैकड़ों लोग पहुंचे और उन्होंने पत्थर फेंक कर तेंदुए को वहां से भगाने की कोशिश की.

उदयपुर कलेक्टर ने बाहर से बुलाईं दो और रेस्क्यू टीमें

तब कुछ देर बाद तेंदुआ वहां से उठा और पहाड़ी पर चढ़कर बैठ गया. करीब आधे घंटे तक तेंदुआ पहाड़ी पर पास में बैठा रहा, जिससे ग्रामीण भी डर गए और पास न जा सके. महिला की तब तक तो मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए उदयपुर कलेक्टर ने दो और रेस्क्यू टीमें बाहर से बुलाईं, जो अब तेंदुए को ढूंढने में मदद करेगी. जोधपुर और राजसमंद से कुछ टीमें बुलाई गई हैं, जो उसे ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास करेंगी.