Farmers Protest Live: किसान संगठनों और सरकार के बीच कुछ ही देर में तीसरे दौर की बैठक
हरियाणा सरकार ने 7 जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और डबवाली में 15 फरवरी तक इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश जारी किया है. इसके अलावा राजस्थान में तीन जिलों श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़ में इंटरनेट बंद और 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. दरअसल मंगलवार को प्रदर्शन के बाद आज फिर किसानों ने दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है.
LIVE NEWS & UPDATES
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किसान संगठनों और सरकार के बीच कुछ ही देर में तीसरे दौर की बैठक
किसान संगठनों और सरकार के बीच कुछ ही देर में तीसरे दौर की बैठक होने वाली है. बैठक का प्रस्ताव किसान संगठनों के तरफ से आया है. ऐसी जानकारी है कि किसान संगठन कुछ विशेष शर्तो पर बात करना चाहते हैं. अर्जुन मुंडा और पीयूष गोयल, आंदोलनकारी किसानों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करेंगे.
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आंदोलन में घायल हुए किसानों का खर्च उठाएगी पंजाब सरकार
किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च पंजाब सरकार उठाएगी. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने हरियाणा पुलिस के साथ झड़प के दौरान घायल हुए किसानों और पत्रकारों का हालचाल जानने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का दौरा किया. डॉ. बलबीर सिंह ने हरियाणा सरकार की भूमिका की निंदा की, इसे असंवैधानिक और अवैध बताया.
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किसान नेताओं का ऐलान, कल पंजाब में नहीं लेने देंगे टोल
संयुक्त किसान मोर्चा की पंजाब में हुई बैठक में आंदोलन की अगली रणनीति पर चर्चा हुई. बैठक में तय हुआ कि 16 फरवरी को भारत बंद का फैसला किया गया है जबकि कल पंजाब में 11 से 2 बजे तक कोई टोल नहीं लेने दिया जाएगा. बैठक में कहा गया कि किसानों की सारी मांगें जायज हैं, उसे केंद्र सरकार को पूरा करना चाहिए.
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संयुक्त किसान मोर्चे का ऐलान- कल सात जगहों पर रोकी जाएगी ट्रेन
किसानों की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन का आज दूसरा दिन है. दिल्ली के बॉर्डर पर रोके गए किसानों की नाराजगी के बीच संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक चल रही है. इस बैठक में शामिल जोगिंदर सिंह उग्रहा ने कहा है कि केंद्र के रवैये को देखते हुए हमने रेल रोको का फैसला किया है. उग्रहा की ओर से जानकारी दी गई है कि 15 फरवरी को 7 जगहों पर दोपहर 12:00 से शाम 4:00 तक रेलो रोकी जाएगी.
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दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी
दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. खासतौर से शंभू बॉर्डर पर किसान आक्रामक हो गए हैं. उन्होंने हंगामा किया है. उन्होंने रोकने के लिए पुलिस आंसू गैस का इस्तेमाल कर रही है.
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सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, पुलिस रहेगी सख्त
सूत्रों के मुताबिक, किसानों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी और सख्त रहेंगी. प्रशासन द्वारा इस बार किसानों को प्रदर्शन के लिए हरियाणा और दिल्ली में किसी भी रूट पर आधिकारिक इजाजत नहीं दी गई है. पिछली बार किसान आंदोलन और प्रदर्शन की चुनिन्दा रूट पर इजाजत दी गई थी लेकिन किसान संगठनों ने इसका उल्लंघन किया था. किसान प्रदर्शनकारियों को पहले ही कानून व्यवस्था संबधित सारे पहलुओं की जानकारी दे दी गई है. बावजूद इसके अलग प्रदर्शन कर रहे लोग बिना इजाजत के रूट पर आए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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शंभू बॉर्डर पर किसान जंग के लिए तैयार
किसान शंभू बॉर्डर पर जंग के लिए तैयार हैं. बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए किसान JCB मशीनें मंगवा रहे हैं. हरियाणा पुलिस के ड्रोन को गिराने के लिए किसान पतंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं . वहीं, आंसू गैस के गोलों को निष्क्रिय करने के लिए किसानों ने वाटर स्प्रे और गीली बोरियां लगाई है.
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पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
शंभू बॉर्डर पर किसानों ने आज भी हंगामा किया है. वे भारी संख्या में हैं. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं.
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किसानों के आंदोलन पर क्या बोले अर्जुन मुंडा
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसान आंदोलन पर कहा है कि असामान्य स्थिति पैदा करने से किसी का समाधान नहीं होगा.सरकार किसान और उनके परिवार की चिंता लगातार की है और करती रहेगी. आम लोग किसी तरह से परेशान न हों, ये किसानों को ध्यान रखना चाहिए.
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गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
गाजीपुर बॉर्डर पर मेरठ एक्सप्रेस वे फ्लाईओवर के नीचे तो पहले से ही रोड पूरी तरह से बंद है. कंक्रीट की दीवार के ऊपर लोहे के कंटीले तार पहले से ही लगे हैं. उसके पीछे तीन लेयर की बैरिकेडिंग है. इसी तरह से अब फ्लाईओवर के ऊपर और सुरक्षा और बढ़ा गई है. लोहे के बैरिकेड को वेल्डिंग से जोड़ा जा रहा है और लोहे के कंटीले तार भी आ चुके हैं. बैरिकेड के ऊपर ये लोहे के तार लगाए जाएंगे. अब फ्लाईओवर के ऊपर भी सुरक्षा भी बढ़ादी गईहै.
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दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का डेरा
दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसाना डेरा डाले हुए हैं. किसानों के आंदोलन का एपीसेंटर इस बार शंभू बॉर्डर बना हुआ है. यहां पर भारी संख्या में किसान मौजूद हैं. उनके साथ करीब 20 हजार ट्रैक्टर और ट्रॉलियां भी हैं.
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ये आज की नहीं 75 साल पुरानी मांग है- किसान नेता सरवन सिंह पंधेर
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को लेकर कहा है कि ये कोई नई मांग नहीं बल्कि पिछले 75 सालों से ये मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 साल पहले किसानों की मांग को मान लिया था लेकिन अब सरकार फिर से उन्हीं मांगों के लिए समय मांग रही है. सरवन सिंह ने कहा कि किसानों पर किए गए बल प्रयोग में कई किसान जख्मी हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह का बल प्रयोग बंद किया जाना चाहिए, लोकतांत्रिक देश में एसा नहीं होता है.
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शंभू बॉर्डर पर करीब 8 से 10 हजार लोग मौजूद
हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर करीब 8 से 10 हजार लोग मौजूद हैं, वहीं डेढ़ से 2 हजार ट्रैक्टर-ट्रालियां है. पुलिस ने साफ कह दिया है कि किसी भी कीमत पर किसानों को बॉर्डर पार नहीं करने दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि रात में किसानों ने शराब पीकर बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की. खनौरी बॉर्डर पर पैरामिलिट्री और आरपीएफ के साथ ही हरियाणा पुलिस भी तैनात है.
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आंदोलनों से पनपते हैं असामाजिक तत्व: खाप प्रमुख
खाप के अध्यक्ष दादा बलजीत सिंह मलिक ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग पर किसानों आंदोलन का समर्थन करते हुए मंगलवार को दावा किया कि इस प्रकार के आंदोलनों में असामाजिक तत्व पनपते हैं जो बाद में बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. एमएसपी गारंटी कानून बनाने की किसान संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए मलिक ने कहा कि किसानों को अपनी मांगों के लिए सरकार से बातचीत के दौर को जारी रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आंदोलनों में असामाजिक एवं अपराधिक तत्व घुस जाते हैं.
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पुलिस और अर्धसैनिक बलों के पांच हजार से अधिक जवान तैनात
दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया था और अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सुरक्षित कर दिया. सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों जैसे निगरानी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमा क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 5,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.
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दिल्ली पुलिस ने शंभु बॉर्डर पर बढ़ाई सुरक्षा
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने शंभु बॉर्डर पर और ज्यादा कंक्रीट ब्लॉक्स लगा कर हाईवे ब्लॉक किया है. कंक्रीट ब्लॉक्स और उनके बीच रॉड फेंसिंग कर उसको पक्का करने के लिये मंगलवार शाम मिक्सर मशीन बुलाई गई थी जो कंक्रीट भर कर अवरोध को और मजबूती देंगे. इसके अलावा दिल्ली पुलिस और पैरामिलीट्री की तैनाती और बढ़ा दी गई है.
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किसानों के उग्र प्रदर्शन से 24 पुलिसकर्मी घायल
किसानों के प्रदर्शन के दौरान 24 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं. इन पुलिसकर्मियों में 15 (डीएसपी और अन्य रैंक) शम्भू बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान घायल हुए जबकि 9 पुलिसकर्मी दाता सिंह बॉर्डर जींद में घायल हुए. इन पुलिसकर्मियों का नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार किया जा रहा है.
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भारत रत्न स्वामीनाथन की सिफारिशों को लागू क्यों नहीं कर रही सरकार: उद्धव
किसानों के दिल्ली कूच के बीच शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र ने कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की, लेकिन उनकी अध्यक्षता में बनाये गये आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला किया और कहा कि सरकार उन किसानों पर आंसू गैस छोड़ रही है जिनकी आंखों में पहले से ही आंसू हैं.
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गाजीपुर बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली: सुबह-सुबह गाज़ीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था के दृश्य, क्योंकि किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च जारी रखने की घोषणा की है.
#WATCH | Delhi: Early morning visuals of the security arrangements at the Gazipur Border as the farmers have announced to continue to march towards the National Capital. pic.twitter.com/K4LttnpXca
— ANI (@ANI) February 13, 2024
किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर मंगलवार को शंभू-जींद बॉर्डर पर टकराव हुआ और पुलिस के साथ कई जगह झड़प भी हुई. वहीं आंदोलनकारी किसान दिल्ली की ओर आज फिर बढ़ेंगे. प्रदर्शनकारी किसानों के रुख को देखते हुए दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ के बॉर्डर मंगलवार सुबह से ही सील कर दिए गए थे. वहीं अब सुरक्षा को और बढ़ा दिया गया है. हरियाणा के पंजाब से जुड़े शंभू, ट्यूकर, चीका, दातासिंह वाला, खनौरी, डबवाली, कालांवाली, रोड़ी, रतिया, जाखल और टोहाना बॉर्डर पर आवाजाही पूरी बंद कर दी गई है. बता दें कि मंगलवार को हजारों की संख्या में किसान अंबाला के शंभू बॉर्डर पर पहुंचे गए थे. वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. इस दौरान हिंसा में काफी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. फिलहाल आज भी दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से लेकर गाजीपुर बॉर्डर तक कड़ी नाकेबंदी कर दी गई है. पढ़ें दिनभर के बड़े अपडेट्स...
Published On - Feb 14,2024 6:34 AM