सपा के दांव से ही सपा को चित करने का प्लान, यूपी में राज्यसभा की 10वीं सीट पर मचेगा घमासान

सपा के दांव से ही सपा को चित करने का प्लान, यूपी में राज्यसभा की 10वीं सीट पर मचेगा घमासान

उत्तर प्रदेश में भी देश के 15 राज्यों की तरह राज्यसभा चुनाव हो रहा है. कुल 10 सीटों पर अगर 10 ही उम्मीदवार दिए जाते तो वोटिंग की नौबत नहीं आती मगर बीजेपी ने 1 अतिरिक्त उम्मीदवार उतार कर मामला दिलचस्प बना दिया है. क्या इंडिया ब्लॉक अपने विधायकों को एकजुट रख पाएगी या अपने हिस्से की तीन में से एक सीट गंवा देगी?

उत्तर प्रदेश का राज्यसभा चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है. बीजेपी ने सपा के दांव से ही सपा को चित करने की रणनीति बनाई है. बीजेपी ने राज्यसभा के लिए अपने आठवें उम्मीदवार के तौर पर संजय सेठ के नाम का ऐलान कर समाजवादी पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है. राज्यसभा की 10वी सीट के लिए बीजेपी और सपा के बीच शह-मात का खेल होगा.

बता दें कि बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार संजय सेठ एक समय मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के करीबी रहे हैं. संजय सेठ उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट के बड़े कारोबारी हैं. सपा ने ही उन्हें पहली बार 2018 में राज्यसभा भेजा था और समाजवादी पार्टी के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं. इससे संजय सेठ और सपा के रिश्तों को समझा जा सकता है. हालांकि सूबे की सियासी समीकरण बदल जाने के बाद संजय सेठ ने सपा छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया. अब वे सपा के खिलाफ ही चुनावी मैदान में उतर गए हैं.

किसके पास कितने विधायक?

उत्तर प्रदेश में संजय सेठ बीजेपी की तरफ से राज्य सभा चुनाव के लिए आठवें उम्मीदवार हैं. प्रदेश में राज्यसभा की दस सीटों पर चुनाव होने हैं जबकि बीजेपी आठ और समाजवादी पार्टी तीन उम्मीदवार उतार चुकी है. 10 सीट, 11 उम्मीदवार यानी अब एक सीट पर मतदान होना तय है. एनडीए के पास इस समय सहयोगियों को मिलाकर 277 वोट हैं. ऐसे में 37 का कोटा सबको आवंटित करने के बाद उसके पास 18 वोट अतिरिक्त बचेंगे.

जनसत्ता दल उच्च सदन के चुनाव में अब तक भाजपा के ही साथ रहा है. इसलिए, इनके 2 वोट भी सत्ता पक्ष के साथ जाने तय हैं. ऐसे में भाजपा के पास 20 अतिरिक्त वोट होंगे. वहीं, विपक्षी गठबंधन के पास मौजूदा संख्या 119 विधायकों की है. कोटा आवंटित करने के बाद भी इस समय उनके पास 6 अतिरिक्त विधायक बचेंगे. रालोद अब चूंकि एनडीए के पाले में जा चुकी है तो सपा गठबंधन के पास विधायकों की संख्या घटकर 110 हो जाएगी.

यहां फंस रहा असली पेंच

सपा को अपना तीसरा उम्मीदवार जिताने के लिए 1 और विधायक की जरूरत होगी, जिसे तलाशना आसान नहीं होगा. वहीं, रालोद को मिलाकर भाजपा के पास 29 अतिरिक्त वोट हो जाएंगे. अब जब भाजपा ने अपना आठवां उम्मीदवार उतार दिया है तो फैसला दूसरी वरीयता के वोटों से होगा, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए संभावनाएं बढ़ जाएंगी. उत्तर प्रदेश विधानसभा में किसकी कितनी सीटें हैं, इसे ऐसे समझिए.

विधानसभा कानंबर गेम

भाजपा : 252 अपना दल (एस) : 13 निषाद पार्टी : 06 सुभासपा : 06 रालोद : 9

NDA (टोटल) : 286

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सपा: 108 कांग्रेस : 02

INDIA (टोटल) : 110

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अन्य : 3 जनसत्ता दल : 2 बसपा : 1