Vastu Tips: घर में मौजूद इन 5 चीजों से आती है दरिद्रता और बीमारियां, फौरन करें दूर
वास्तु के अनुसार, अगर किसी घर में देवी-देवता की कोई खंडित मूर्ति है या फिर कोई ऐसी तस्वीर है जो फट गई, खराब हो गई है तो तुरंत उसे जल्द से जल्द घर से बाहर किसी पवित्र स्थान पर रख दें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार जिन घरों का वास्तु ठीक होता है और वहां पर किसी भी प्रकार का कोई वास्तुदोष नहीं होता है वहां पर हमेशा खुशियां, सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति रहती है. लेकिन इसके उलट जिन घरों में वास्तुदोष होता है या फिर कोई सामान गलत दिशा में रखा हुआ होता है वहां पर हमेशा नकारात्मक ऊर्जा रहती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार वास्तु दोष होने से व्यक्ति के मन में नकारात्मक का भाव पैदा होता है और व्यक्ति अक्सर बीमार रहने लगता है.
खंडित मूर्ति
हिंदू धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व होता है. वास्तु के अनुसार, अगर किसी घर में देवी-देवता की कोई खंडित मूर्ति है या फिर कोई ऐसी तस्वीर है जो फट गई, खराब हो गई है तो तुरंत उसे जल्द से जल्द घर से बाहर किसी पवित्र स्थान पर रख दें. हिंदू धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा करना अच्छा नहीं माना जाता है. वास्तु के अनुसार मूर्तियां जो खंडित हो चुकी उनकी पूजा करना वर्जित माना जाता है. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है. ऐसे में अगर घर में खंडित मूर्ति या तस्वीर को नदी में विसर्जित कर देना चाहिए.
टूटा सामान
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में जो चीजें बेकार हो चुकी है या फिर टूट चुकी है वहां पर नकारात्मक ऊर्जा फैल जाती है. ऐसे में बेकार हो चुकी चीजें को फौरन ही घर से हटा देना चाहिए. कई लोगों की यह आदत होती है कि टूट चुके सामान का इस्तेमाल लगातार कई दिनों तक करते हैं. ऐसे में घर में रहने वाले सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
कंटीले पौधे
वास्तु के अनुसार घरों में हरे-भरे पौधे रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है. लेकिन घर के अंदर कभी भी सूख चुके पौधो को या फिर जिन पौधों में बहुत ज्यादा कांटे हों उनको घर में नहीं रखना चाहिए. इससे घर में तनाव और बीमारियां पैदा होती है.
मुख्य द्वार के सामने मंदिर
अक्सर यह देखने में आता है कि कई घरों में मंदिर वहां पर रखा हुआ होता है जहां पर सीधे मुख्य दरवाजा होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार के सामने मंदिर बिल्कुल नहीं होना चाहिए. इससे उस व्यक्ति को भाग्य का पूरा साथ नहीं मिलता है. जिन घरों में देवी-देवताओं का मंदिर ऐसी स्थान पर हो तो वहां पर पूजा का पूरा फल नहीं प्राप्त होता है.