हो जाए मैच, जितनी बॉल फेंकोगे उतने छक्के मारूंगा! योगी को चैलेंज

हो जाए मैच, जितनी बॉल फेंकोगे उतने छक्के मारूंगा! योगी को चैलेंज

आमतौर पर लोकसभा और विधानसभा के सदनों में धुर विरोधी दलों के बीच अनबन सुर्खियां बटोरती है. कभी-कभी इनके बीच की हंसी-ठिठोली भी खबरों में आती है.

उत्तर प्रदेश में साल 2023 का बजट सत्र चल रहा है. आज राज्यपाल के अभिभाषण पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव धन्यवाद भाषण दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने सरकार को बजट और उनकी नीतियों को लेकर जमकर घेरा. इसी दौरान अखिलेश यादव ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हाल ही में उनके वायरल होने वाले एक वीडियो को लेकर भी घेरा.

संबोधन के आखिर में अखिलेश यादव ने कहा कि मैं नेता सदन के खेल के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहता. लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने चैलेंज देते हुए कहा, “एक दिन क्रिकेट का मैच इकाना स्टेडियम में हो जाए. नेता सदन देखते हैं कितने टप्पे के बाद बॉल पर बैट मारते हैं और मैं आपको बता दूं कि नेता सदन जितनी बॉल आप फेंकोगे उतने छक्के मैं मारूंगा.” हालांकि, इस चुटकी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मुस्कुराते नजर आए.

कोई नहीं देखता फुटबॉल का मैच अकेला: अखिलेश

अखिलेश यादव ने अपने संबोधन के शुरुआत में भी खेल को लेकर चुटकी ली थी. उन्होंने शुरुआत में कहा, “वैसे हमारे नेता सदन बहुत अच्छे खिलाड़ी लगते हैं मुझे. अभी कुछ दिन पहले पूरी दुनिया के लोग टीवी के सामने बैठे थे और दुनिया के लोग एक खेल को देख रहे थे. मैंने खेल किसी को अकेले देखते हुए नहीं देखा. हमारे नेता सदन टीवी के सामने अकेले बैठकर एक खेल देख रहे थे. मैं नेता सदन को बताना चाहता हूं कि फुटबॉल का मैच अकेला नहीं देखते. फुटबॉल का मैच ज्यादातर लोग एक ग्रुप में बैठकर देखते हैं और जिस टीम को सपोर्ट करते हैं उसकी ड्रेस पहनकर बैठते हैं. मुझे नहीं पता आप किस टीम को सपोर्ट कर रहे थे.”

अखिलेश ने कहा, “मैं यकीन से कह सकता हूं कि मैच खत्म होने से पहले हमारे नेता सदन सो गए होंगे. मैच बना वो तब बना जब दूसरी टीम ने गोल कर दिया. वरना मैच में आनंद नहीं था.”

तीन टप्पे के बाद भी गेंद को नहीं मार पा रहे

साथ ही अखिलेश ने कहा, “अभी कुछ दिन पहले मैंने नेता सदन को दूसरा खेल खेलते हुए देखा. पता नहीं किसने बॉल की और एक, टिप्पा दो टिप्पा और तीन टिप्पा के बाद बल्ला हवा में घूम गया. अरे नेता सदन कैसे खिलाड़ी हो आप. तीन टप्पे के बाद भी गेंद को नहीं मार पा रहे हो. मैं उस स्टेडियम में दो-तीन बार गया हूं. मुझे इस बात की खुशी है कि बनाया समाजवादियों ने है और ज्यादा बार नेता सदन उसमें गए हैं.”