दागी चेहरा धुलने वाला नहीं…अनिल देशमुख के ऑटोबायोग्राफी पर बीजेपी का तंज

दागी चेहरा धुलने वाला नहीं…अनिल देशमुख के ऑटोबायोग्राफी पर बीजेपी का तंज

महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपनी ऑटोबायोग्राफी का कवर पेज लॉन्च किया. उनके ऑटोबायोग्राफी लॉन्च करने पर बीजेपी और शिंदे सेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

महाराष्ट्र में जैसे-जैसे वोटिंग का दिन नजदीक आ रहा है, राज्य में सियासी हलचल भी तेजी से बढ़ रही है. महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपनी ऑटोबायोग्राफी का कवर पेज लॉन्च किया. चुनाव के समय उनके इस कदम से वह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए. उनके इस कदम की बीजेपी और शिंदे सेना ने आलोचना करते हुए तंज कसा.

गुरुवार को अपने सोशल मीडिया एक्स पर बुक की कॉपी का कवर शेयर करते हुए देशमुख ने लिखा, “प्रत्येक हेडलाइन के पीछे एक गहरी कहानी छिपी होती है. मेरी राजनीतिक आत्मकथा में चौंकाने वाली सच्चाइयों का खुलासा है, मैं अपनी पुस्तक का कवर पेज आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूं.

देशमुख के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने कहा कि चुनाव आ गया है, इसलिए अपने दागी चेहरे को छिपाने के लिए ये साजिश के तहत किताब लाई जा रही है. पूरे देश ने देखा कि गृह मंत्री रहते हुए कैसे 100 करोड़ की वसूली कराई जा रही थी.

ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर भी वसूली की गई. कितना भी प्रयास कर ले, ये दागी चेहरा धुलने वाला नहीं है. इनके पास चेहरा नहीं है, इसलिए दागी चेहरे को छिपाने के लिए ऐसे कृत्य कर रहे हैं.

गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं

देशमुख के इस पोस्ट पर सत्तारूढ़ शिंदे सेना ने कहा कि जिस व्यक्ति के गृह मंत्री रहते 100 करोड़ रुपए की वसूली हो रही हो, उसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर वसूली तक के आरोप हैं, इसलिए उन पर ज्यादा गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है.

विकास आघाड़ी सरकार में गृहमंत्री थे

अनिल देशमुख महा विकास आघाड़ी सरकार के समय राज्य के गृहमंत्री थे. गृहमंत्री रहते हुए उन पर आर्थिक अनियमितता के आरोप लगे, जिसमें वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी शामिल थे. इन आरोपों के कारण उन्हें गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा और गिरफ्तारी भी हुई थी. गिरफ्तारी के दौरान वह 14 महीने जेल में रहें.

इन 14 महीनों के दौरान उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखी है. इस पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इससे यह जानकारी मिलेगी कि उनके गृहमंत्री कार्यकाल के दौरान किसने उनके खिलाफ काम किया. देशमुख ने दावा किया कि इस किताब में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि किसने उद्धव सरकार को गिराने के लिए साजिश रची थी.