’50 लाख गुंडा टैक्स दो, नहीं तो…’, बाज नहीं आ रहे अतीक के गुर्गे, महिला से मांगी रंगदारी
महिला ने पुलिस को बताया कि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला कि शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. महिला ने पुलिस को बताया कि उससे 50 लाख रुपये गुंडा टैक्स मांग रहे हैं.
माफिया अतीक अहमद भले ही इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसके गुर्गे आज भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला प्रयागराज के बेली गांव का है. यहां एक महिला से 50 लाख रंगदारी मांगी गई है. महिला की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पीड़ित महिला का नाम सबा है. वह प्रयागराज के बेली गांव की रहने वाली है.
महिला ने महताब,उसके बेटे सोनू व भेडा महीन, मुखिया व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें महताब माफिया अतिक अहमद के लिए काम कर चुका है. इसके अलावा बाकी आरोपी भी दबंग और आपराधिक प्रवृति के हैं. महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी आए दिन उस पर जमीन बेचने का दबाव बना रहे हैं. ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. साथ ही जमीन के बाउंड्रीवाल को भी गिरा दिया. महिला का कहना है कि आरोपी बीते 18 मार्च को आए और गालियां देने लगे. साथ ही कहने लगे कि अपनी जमीन को वहां बेचो, जहां हम कहेंगे.
50 लाख रुपये गुंडा टैक्स मांगे
महिला का आरोप है कि महताब ने उससे कहा कि 50 लाख रुपये गुंडा टैक्स दो नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगी. हम तुम्हारी जमीन बेच देंगे और कोई कुछ नहीं कर पाएगा. महिला के मुताबिक, उस वक्त सोनू और भेड़ा महीन हाथ में पिस्तौल लेकर उसे धमका रहे थे. महिला ने प्रयागराज के उपायुक्त से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
महिला डरी-सहमी हुई है. उसने कहा है कि उसकी जान को खतरा है. उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं. अपनी ही जमीन को जबरदस्ती बेचने पर मजबूर किया जा रहा है. आए दिन आरोपी उसके घर आ जाते हैं और धमकी देने लगते हैं. वहीं पुलिस ने कहा है कि आरोपों की जांच की जा रही है. आरोपी महिला के घर के पास ही रहते हैं. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
माफिया अतिक अहमद और उसके भाई अशरफ की पिछले साल 15 अप्रैल को हत्या कर दी गई थी. वारदात को तीन शूटरों ने अंजाम दिया. दोनों को कई गोलियां मारी गई थीं. अतिक अहमद और उसके भाई अशरफ पर आरोप लगा था कि माफिया बंधुओं ने बसपा नेता राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल की अपने गुर्गों से हत्या करवा दी.