‘भारत पंथ निरपेक्ष है, धर्म निरपेक्ष नहीं’, धीरेंद्र शास्त्री बोले- हिंदू राष्ट्र बनाना जरूरी
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारी ओर से किसी भी पर कोई दबाव नहीं डाला जाता है कि आप हमारे यहां आइये, हमसे जुड़िये. उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई चमत्कारिक शक्ति नहीं है.
बादगेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों चर्चा में हैं. मंगलवार को उन्होंने कहा हम खुद किसी को जुड़ने के लिए नहीं कहते हैं. उन्होंने कहा कि हम डॉक्टरों के विरोधी नहीं है. हम दवा और दुआ दोनों की बात करते हैं. मैं किसी भी धर्म का विरोधी नहीं हूं. हमें गालियां भी मिलती हैं. इस देश में लोग अपने-अपने भगवान के नाम पर राजनीति चमकाते हैं.
टीवी-9 के साथ बातचीत में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत पंथ निरपेक्ष राष्ट्र है न की धर्म निरपेक्ष. इसलिए हिंदू राष्ट्र बनाना जरूरी है. सभी हिंदुओं के एक होने और हथियार उठाने की अपील के आरोपों पर उन्होंने कहा, आत्मरक्षा के लिए अगर बुलडोजर उठाना गलत हैं तो फिर रक्षा कैसे करेंगे. हम मारने की बात नहीं करते हैं. हमने किसी को कानून को हाथ लेने के लिए भी नहीं कहा. हमारे देवी-देवाताओं के हाथों में हथियार रहते हैं.
‘सनातन को कोई मिटा नहीं सकता’
उन्होंने कहा, भारत में धर्म केवल सनातन है और बाकी सब पंथ है. हिंदू राष्ट्र के सवालों पर शास्त्री ने कहा, सनातन को कोई मिटा नहीं सकता है. बार-बार हमारे सनातनी लोगों को डराया जाता है. धर्मांतरण कराया जाता है. इन सभी चीजों को लेकर हमारे मन में एक पीड़ा है. मैं धमकियों पर ध्यान नहीं देता हूं. कोई वीडियो बनाता है और मुधे धमकी देता है तो ये उसकी मूर्खता है.
‘यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है’
शास्त्री ने कहा, ये देश बाबर का नहीं है यह देश रघुवर का है. भारत में हर व्यक्ति को बोलने की आजादी है. किसी की भावनाएं भड़कती हैं तो मरहम लगाना चाहिए. हमारे यहां पर आए हुए को शरण है क्योंकि हम वसुधेव कुटुंबकम की बात करते हैं. किसी के साथ हम जबरदस्ती नहीं करते हैं.