महाराष्ट्र के बीड में पोलिंग बूथ पर निर्दलीय उम्मीदवार को पड़ा दिल का दौरा, हुई मौत

महाराष्ट्र के बीड में पोलिंग बूथ पर निर्दलीय उम्मीदवार को पड़ा दिल का दौरा, हुई मौत

महाराष्ट्र के बीड में मतदान के दौरान लाइन में लगे निर्दलीय उम्मीदवार बालासाहेब शिंदे को दिल का दौरा पड़ा. उन्हें आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत करार दिया.

महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान हुआ, लेकिन बीड में एक दर्दनाक हादसा घट गया.बीड विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान एक निर्दलीय उम्मीदवार का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. निर्दलीय उम्मीदवार का नाम बालासाहेब शिंदे बताया गया है. प्रत्याशी की मौत से कार्यकर्ताओं को गहरा सदमा लगा और हंगामा मच गया.

बालासाहेब शिंदे बीड विधानसभा क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बालासाहेब शिंदे मतदान के दिन बीड शहर के छत्रपति शाहू विद्यालय के इस मतदान केंद्र पर थे.

इसी बीच, उन्हें चक्कर आया और वह गिर पड़े. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीड शहर के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया. लेकिन प्राइवेट अस्पताल ने उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. इलाज के लिए उन्हें छत्रपति संभाजी नगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

मतदान केंद्र पर पड़ा दिल का दौरा

पुलिस ने बताया कि बुधवार को महाराष्ट्र के एक मतदान केंद्र पर मतदान करने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे बीड के एक निर्दलीय उम्मीदवार को दिल का दौरा पड़ा. स्थानीय लोगो ने अफरा-तफरी में उन्हें अस्पताल ले गये, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत करार दिया.

जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अनुसार, यदि चुनाव के दौरान किसी उम्मीदवार की मृत्यु हो जाती है, तो धारा 52 के तहत संबंधित सीट पर मतदान स्थगित किया जा सकता है.

महाविकास अघाड़ी का महायुति से मुकाबला

बीड विधानसभा सीट कभी शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का गढ़ हुआ करती थी. विभाजन के बाद, अजित पवार एनसीपी के एक धड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ गठबंधन में है.

महाराष्ट्र में मुख्य मुकाबला महायुति (भाजपा, एकनाथ शिंदे की सेना और अजित पवार की एनसीपी के नेतृत्व में) और महा विकास अघाड़ी (कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की सेना और शरद पवार की एनसीपी के नेतृत्व में) गठबंधन के बीच है.