Haryana Election Result 2024: हरियाणा में फिर खिला कमल, BJP की हैट्रिक; कांग्रेस ने EVM पर उठाए सवाल

Haryana Election Result 2024: हरियाणा में फिर खिला कमल, BJP की हैट्रिक; कांग्रेस ने EVM पर उठाए सवाल

हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत हुई है. लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने में सफल हो गई है. एक्जिट पोल के अनुमानों से अति उत्साहित नजर आने वाली कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है और मात्र 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा है.

हरियाणा में विधानसभा चुनाव का सरप्राइजिंग रिजल्ट आया है. एक वक्त तक लग रहा था कि कांग्रेस की बंपर जीत होगी लेकिन, अचानक से हार की हवा बीजेपी की जीत में बदल गई. 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में बीजेपी 48 सीट जीतने में सफल रही है. वहीं, जीत को लेकर अति उत्साह में नजर आने वाली कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. इस तरह से कांग्रेस एक बार फिर हरियाणा की सत्ता तक पहुंचने से दूर रह गई. चुनाव में आईएनएलडी को 2 सीट तो अन्य के हिस्से 3 सीटें गई हैं.

हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बड़े चेहरे चुनाव जीतने में सफल रहे हैं. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैना लाडवा सीट पर जीत दर्ज की. अंबाला कैंट से अनिल विज ने भी अपनी जीत की लय को बरकरार रखा है. दूसरी ओर गढ़ी-सांपला-किलोई से कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा चुनाव जीतने में सफल रहे. जुलाना से विनेश फोगाट को भी जीत मिली. चुनाव में दुष्यंत चौटाला की जेजेपी का सफाया हो गया. जेजेपी ने 2019 में बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने थे. दुष्यंत चौटाला इस बार उचाना कलां सीट से मैदान में थे, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके. अभय चौटाला के नेतृत्व वाली आईएनएलडी भी बड़ा कमाल नहीं कर पाई और उसे मात्र 2 सीटों पर संतोष करना पड़ा.

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वोट प्रतिशत की बात करें तो सत्ता तक पहुंचने में सफल होने वाली बीजेपी को 39.94 फीसदी वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस 39.09 प्रतिशत वोट मिले हैं. अभय चौटाला की अगुवाई वाली आईएनएलडी 4.14 फीसदी वोट के साथ तीसरे नंबर पर है. बीएसपी को 1.82, आम आदमी पार्टी को 1.79 फीसदी वोट मिले हैं. जबकि अन्य के हिस्से में 11.64 फीसदी वोट गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर बहुत ज्यादा नहीं रहा है.

पीएम बोले- गीता की धरती पर सत्य और विकास की जीत

हरियाणा में जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने फिर कमाल कर दिया है और फिर कमल-कमल कर दिया है. आज नवरात्रि का छठवां दिन है. मां कात्यायनी का आराधना का दिन है, वो हाथ में कमल को धारण किए हम सभी को आशीर्वाद दे रही हैं. ऐसे पावन दिन पर हरियाणा में आज तीसरी बार कमल खिला है. गीता की धरती पर सत्य और विकास की जीत हुई है. हर जाति, हर वर्ग के लोगों ने हमें वोट दिया है.

पीएम ने कांग्रेस पर जमकर बोला हमला

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी ने दशकों तक रोटी-पानी और मकान से लोगों को वंचित रखा. यह वह लोग हैं जो 100 साल के बाद भी दलित को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति नहीं बनने देंगे. यह परिवार दलित और पिछड़ों से चिढ़ता है, उनको अपमानित किया है. हरियाणा के किसानों ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया है. जो देश के साथ है वो बीजेपी के साथ हैं. कांग्रेस के लोगों ने हमारी सेना को लेकर दुष्प्रचार किया, लेकिन जनता ने इनके साजिशों को नाकाम कर दिया है. हरियाणा की जनता ने कांग्रेस को संदेश दिया है कि यहां देश विरोधी राजनीति नहीं चलेगी. देशभक्त को बाटने की साजिश को हरियाणा ने ढेर कर दिया है.

नतीजों पर क्या बोली कांग्रेस?

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस पार्टी ने हैरानी जताई. पार्टी ने कहा कि जहां जीत रहे थे वहां भी हार चौंकाने वाली है. चुनाव के नतीजे को अप्रत्याशित और लोक भावना के खिलाफ बताते बताते हुए पार्टी ने कहा कि इस जनादेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता हैं क्योंकि राज्य में लोकतंत्र नहीं बल्कि तंत्र की जीत हुई है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने षड्यंत्र का आरोप भी लगाया और दावा किया कि 3-4 जिलों से EVM को लेकर शिकायतें आई हैं जिसके बारे में चुनाव आयोग को अवगत कराया जाएगा. रमेश ने कहा कि हमसे जीत छीनी गई है. आज जो नतीजे आए हैं वो जमीनी हकीकत के अनुसार नहीं है.

ईवीएम पर उठाए सवाल

वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया है कि हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों से ईवीएम को लेकर शिकायतें आई हैं. बताया जा रहा है कि जिन ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है. उन्होंने आगे दावा किया कि जिन ईवीएम की बैटरी 60-70 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस की जीत हुई है.

5 अक्टूबर को पड़े थे वोट

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सभी सीटों पर 5 अक्टूबर को एक ही चरण में वोट डाले गए थे. चुनाव में 67 फीसदी से ज्यादा वोटिंग दर्ज हुई थी. इस बार के चुनाव में कुल 1031 उम्मीदवार मैदान में थे, इनमें से 90 को जीत मिली है. पहले चुनाव 1 अक्टूबर को होने वाले थे, लेकिन छुट्टियों और त्योहारों को देखते हुए चुनाव आयोग ने वोटिंग को आगे टाल दिया था.