अनोखी शादी! दूल्हे ने तोड़ा धनुष तब दुल्हन ने डाली वरमाला; गूंजी रामायण की चौपाइयां
लड़के के पिता संतराम भी इस अनूठी शादी से उत्साहित नजर आए. उनका कहना है कि यह एक अनोखी शादी थी और वह आने वाले समय में अपने रिश्तेदार और अन्य लोगों को भी इस तरह की शादी कराने के लिए प्रेरित करेंगे.
जालौन- देश में शादियों का दौर चल रहा है. ऐसे में कई जगह अनूठे तरीके से लोग शादियों में रश्मोरिवाज निभाते है. मगर, यूपी के जालौन में अनोखी शादी देखने को मिली है. यहां पर कलयुग में भी त्रेतायुग की तरह सीता स्वयंवर रचाया गया. जहां धनुष तोड़ने के बाद ही दुल्हन ने दूल्हे को जयमाला पहनाई. इस धनुष भंग के दौरान रामचरित मानस की चौपाई भी पढ़ी जा रही थी. इस तरह के विवाह उत्सव को देख शादी में पहुंचे लोग चकित रह गए, जिसे देख शादी समारोह में पहुंचने लोग अपने कैमरे में कैद करने से नहीं चूके. इस तरह के विवाह की पूरे इलाके में चर्चाएं जोरों पर है.
इस तरह की शादी बीजेपी नेत्री ने कराई है. जिन्होंने अपनी बेटी की शादी में धनुष भंग करने का कार्यक्रम रखा था. दरअसल, इस तरह की अनोखी शादी कदौरा कस्बे में आयोजित की गई. जहां 28 फरवरी बुधवार को कदौरा में बने हरिओम गेस्ट हाउस में बीजेपी की मंडल मंत्री महिला नेत्री सावित्री वर्मा और कामता वर्मा की बेटी पूनम की शादी थी, जिसकी शादी हमीरपुर जिले के रमेड़ी के रहने वाले टीचर संतराम वर्मा के बेटे आशुतोष से तय हुई थी. जो अपनी बारात लेकर कदौरा पहुंचे थे.
जयमाला के लिए रखा गया विशेष प्रोग्राम
यहां पर जयमाला के लिए विशेष प्रोग्राम रखा गया था. जयमाला होने से पहले स्टेज पर दूल्हे को धनुष तोड़ने का प्रस्ताव रखा गया. जिस तरह से त्रेता युग में सीता स्वयंवर में शिव धनुष को तोड़ने का रिवाज राजा जनक ने रखा था. ऐसे में जब बराती गेस्ट हाउस के अंदर पहुंचे तो वह मंच पर धनुष को देखकर अचंभित हो गए.
वहीं, गेस्ट हाउस में डीजे की जगह रामचरित मानस का पाठ किया जा रहा है. जहां बगल में रामचरितमानस की चौपाइयां पढ़ी जा रही थी. लेकिन धीरे-धीरे जब मामला सामने आया तब जाकर पता चला की है, एक नई परंपरा की शुरुआत की जा रही है.
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धनुष को तोड़ दुल्हन को पहनाई वरमाला
इस दौरान जैसे ही दूल्हा आशुतोष मंच पर पहुंचा और उसने मंच पर रखे धनुष को तोड़ा वैसे ही दुल्हन पूनम ने मंच पर पहुंचकर दूल्हे को वरमाला डाली. ऐसे में दुल्हन के पिता की आंखों में खुशी के आंसू दिखाई दिए.
जालौन में इस तरीके की पहली शादी देखने को मिली है. जोकि अपने आप में अनोखी थी. इस शादी की चर्चा हर जगह देखने को मिल रही है.
सीता स्वयंवर की तर्ज पर शादी कराने की थी इच्छा
इस मामले में दुल्हन पूनम की मां सावित्री और पिता कामता का कहना है कि दोनों लोग धार्मिक प्रवृत्ति के हैं. ऐसे में वह रामचरितमानस का पाठ लगातार कराते हैं, बेटी पूनम की शादी के बारे में जब उन्होंने अपने गुरु से बात की और सीता स्वयंवर की तर्ज पर विवाह कराने की चर्चा की. इस पर गुरु द्वारा अनुमति दी गई, तब यह प्रस्ताव लड़के पक्ष के पास रखा गया.
हालांकि,वह भी इस पर सहमति हुए तब रामचरितमानस का पाठ कराकर सीता स्वयंवर की तर्ज पर धनुष भंग कराकर इस विवाह को संपन्न कराया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कराने से उन्हें बहुत खुशी मिली है. वहीं,लड़के के पिता संतराम भी इस अनूठी शादी से उत्साहित नजर आए. उनका कहना है कि यह एक अनोखी शादी थी और वह आने वाले समय में अपने रिश्तेदार और अन्य लोगों को भी इस तरह की शादी कराने के लिए प्रेरित करेंगे. बता दें कि, दुल्हन पूनम वर्तमान में बीएड की पढ़ाई कर रही है, जबकि आशुतोष हमीरपुर जिले में बिजली विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है.
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