मुल्लापुरा हुआ मुरलीपुरा, मैली गली बनी स्वर्ण गली; उज्जैन में इन जगहों के बदले नाम

मुल्लापुरा हुआ मुरलीपुरा, मैली गली बनी स्वर्ण गली; उज्जैन में इन जगहों के बदले नाम

वार्ड नंबर 24 में मैली गली का नाम बदलकर स्वर्ण गली किया गया है. वार्ड 10 में उर्दूपुरा चौराहा स्थित सभा मंडप का नाम स्व. कस्तूरचंद मारोठिया से 'राजा साहब' किया गया है.

मध्य प्रदेश के उज्जैन नगरी में कई जगहों के नाम बदले गए हैं. उज्जैन के नगर निगम भवन में महापौर मुकेश टटवाल ने बेहद ही अहम फैसला लिया है. इसकी मांग काफी समय से की जा रही थी. बैठक में बड़नगर रोड स्थित मुल्लापुरा का नाम बदलकर मुरलीपुरा कर दिया गया है. साथ ही इस बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों सहित वार्डों में प्रचलित नाम भी बदले दिए गए हैं. काफी समय से नाम बदलने की मांग उठ रही थी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 10 फरवरी को उज्जैन शहर में नगर निगम सदन की पहली एवं महत्वपूर्ण बैठक हुई. इसमें रामघाट से 2 किलोमीटर दूर चिंतामन बड़नगर रोड पर स्थित मुल्लापुरा का नाम बदलकर तीनों के नाम करने के प्रस्ताव पारित किये गए. इसी शहर के औद्योगिक क्षेत्र पहले मैक्सी रोड औद्योगिक क्षेत्र का नाम बदलकर श्री महाकालेश्वर औद्योगिक क्षेत्र, आगर रोड औद्योगिक क्षेत्र को क्षिप्रा औद्योगिक क्षेत्र और देवास रोड औद्योगिक क्षेत्र को अवंतिका औद्योगिक क्षेत्र कर दिया गया है.

मैली गली का नाम हुआ स्वर्ण गली

साथ ही वार्ड नंबर 24 में मैली गली का नाम बदलकर स्वर्ण गली किया गया है. वार्ड 10 में उर्दूपुरा चौराहा स्थित सभा मंडप का नाम स्व. कस्तूरचंद मारोठिया से ‘राजा साहब’ किया गया है. वार्ड नंबर 12 में लाखा बंजारा और बड़नगर रोड पर मुल्लापुरा को मुरली पुरा नाम देने की स्वीकृति दी गई है.

बहुत पहले से की जा रही थी नाम बदलने की मांग

महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि नगर निगम भवन की बैठक हुई थी, जहां काफी समय से मुल्लापुरा का नाम बदलने की मांग की जा रही थी. पार्षदों के प्रस्ताव पर मतदान होने के बाद इसे बदल दिया गया है. जबकि शहर में कई ऐसे नाम हैं जो बोलने में अजीब लगे. उनके नाम भी बदल दिए गए हैं. इस कार्य में पुराने व लोकप्रिय वार्डों में नामांतरण भी किया गया है.

पीएम मोदी ने महाकाल लोक का किया था उद्घाटन

बता दें कि कुछ महीनों पहले ही उज्जैन में मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की थी कि महाकाल मंदिर परिसर के नवनिर्मित कॉरिडोर को महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा. परियोजना के पहले चरण में महाकाल मंदिर परिसर का पुनर्विकास, एक पुल सहित रुद्रसागर झील का नवीनीकरण, रुद्रसागर तट का विकास, महाकालेश्वर वाटिका, धर्मशाला, अन्न क्षेत्र (फूड हॉल), उपदेश हॉल और एक कमल तालाब शामिल हैं. पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन किया था.