सैयदना सैफुद्दीन बने बोहरा समुदाय के प्रमुख, उत्तराधिकारी बदलने की याचिका खारिज

सैयदना सैफुद्दीन बने बोहरा समुदाय के प्रमुख, उत्तराधिकारी बदलने की याचिका खारिज

Dawoodi Bohra: सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन बोहरा समुदाय के प्रमुख बने रहेंगे. उनको हटाने के लिए डाली गई ताहिर फखरुद्दीन की याचिका को बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है .दाऊदी बोहरा इस्लाम के फातिमी इस्लामी तैय्यबी आइडियोलॉजी को मानते हैं. बोहरा समुदाय का मूल मिस्र और यमन से माना जाता है

दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख नेता के बदलाव को लेकर डाली गई याचिका को बॉम्बे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया गया है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने ताहिर फखरुद्दीन ने सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की प्रमुख नेता के रूप में नियुक्ति को चुनौती देने के लिए याचिका दायर की थी. याचिका खारिज होने के बाद सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन बोहरा समुदाय के प्रमुख रहेंगे. कोर्ट में दायर याचिका में ताहिर फखरुद्दीन ने कहा था कि उनके चाचा सैयदना मुफद्दल को पद पर बने रहने की इजाजत नहीं देनी चाहिए क्योंकि उन्होंने ये पद धोखे से हासिल किया है.

क्या है पूरा मामला?

बोहरा मुस्लिम समाज के प्रमुख सैयदना का असली वारिस कौन होगा. इसको लेकर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है. दाऊदी बोहरा समुदाय के 53वे धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका बॉम्बे हाई कोर्ट में लंबे समय लंबित पड़ी थी. ताहिर फखरुद्दीन के पिता खुजिमा कुतुबुद्दीन, जो खुद 52वें सैयद के भाई थे, उन्होंने 53वें सैयद के चुनाव को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. 2016 में सैयदना कुतुबुद्दीन के निधन के बाद उनके बेटे ने खुद को सैयदना घोषित कर दिया था. बोहरी समाज में सैयदना मतलब समाज के पहले व प्रमुख होता है.

यचिकाकर्ता के वकील ने क्या कहा?

इसपर प्रतिक्रिया देते हुए याचिकाकर्ता के वकील आनंद देसाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि याचिक खारिज कर दी गई है. आदेश की कॉपी मिलने के बाद ही पूरी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. फैसले को चुनौती देने के सवाल पर वकील ने कहा कि आदेश कॉपी पढ़ने के बाद इसका फैसला लिया जाएगा.

दाऊदी बोहरा समुदाय

बोहरा शब्द गुजराती जबान के वोहरू शब्द से आया है जिसका मतलब बिजनेस करना है. भारत में ये समुदाय गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में पाया जाता है. लेकिन इनकी सबसे बड़ी संख्या गुजरात के सूरत में मौजूद है. दाऊदी बोहरा इस्लाम के फातिमी इस्लामी तैय्यबी आइडियोलॉजी को मानते हैं. बोहरा समुदाय का मूल मिस्र और यमन से माना जाता है, जो 11 वी शताब्दी में भारत आए. पूरी दुनिया में बोहरा मुस्लिम की आबादी करीब 10 लाख है, जिसमें भारत में ही करीब 5 लाख लोग इस समुदाय के रहते हैं.