नाम ब्रह्मा मुर्गा, काम कत्ल-ए-आम, पहले मासूम लहूलुहान की, फिर नाना को मार डाला

नाम ब्रह्मा मुर्गा, काम कत्ल-ए-आम, पहले मासूम लहूलुहान की, फिर नाना को मार डाला

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुर्गे ने जिस कैंसर पीड़ित नाना को अपने पंजों और चोंच के जरिए शिकार बनाया था, उन्होंने हमले से थोड़ी देर पहले ही उसे दाना खिलाया था.

भारत के कुछ इलाकों में अक्सर मुर्गों की दिलचस्प खूनी लड़ाइयों के सच्चे-किस्से कहानियां तो सामने आते रहे हैं. आपने मगर किसी मुर्गे द्वारा इंसान के कत्ल की कहानी शायद ही कहीं देखी-सुनी पढ़ी हो. वो भी ऐसा मुर्गा जिसका नाम तो ‘ब्रह्मा मुर्गा’ है. उसका काम मगर सिर्फ और सिर्फ खूनी हमले करना और जान लेना भर है. यह मुर्गा इस कदर का खतरनाक है कि मौका मिलने पर कुछ दिन पहले इसने मासूम बच्ची के ऊपर खूनी हमला करके बुरी तरह लहूलुहान कर दिया. परिवार वाले अभी तक उस खूनी हमले के खौफ से उबरे भी नहीं थे कि, मौका मिलते ही इसी मुर्गे ने उस बच्ची के बुजुर्ग नाना, जो कैंसर मरीज भी थे, सोते वक्त उनके ऊपर हमला कर दिया. इस कदर का खतरनाक खूनी हमला जिसमें उन बुजुर्ग को जान से ही हाथ धोना पड़ गया.

मुर्गे के हमले में कत्ल हो चुके बुजुर्ग का नाम था जैस्पर क्रॉस. वे मूल रूप से तो हेग, नीदरलैंड के निवासी थे. उनके ऊपर हमला मगर आयरलैंड स्थित रोसकॉमन में मौजूद उनके घर के भीतर हुआ था. यूं तो घटना 28 अप्रैल 2021 की है. इसके बाद भी मगर अब यह मामला फिर सुर्खियों में है क्योंकि, मुर्गे द्वारा किसी इंसान को मार डालने के इस अजीब-ओ-गरीब मामले की जांच में, एजेंसियां मर चुके शख्स के परिवार वालों के बयान दर्ज कर रही हैं. ताकि किसी इंसान की इस तरह के हमले में हुई मौत की जांच किसी मुकाम पर पहुंच सके. आयरिस मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक उसके साथ विस्तृत बातचीत में, पिता की मौत को लेकर तमाम सनसनीखेज खुलासे जैस्पर क्रॉस की बेटी वर्जीनिया गुइनन ने किए हैं.

वर्जीनिया गुइनन ने मीडिया को बताया कि, जिस दिन पिता के ऊपर दोपहर के वक्त खूनी मुर्गे ने हमला किया, उसी दिन की सुबह में उसने (बेटी ने) दुकान से किचन में इस्तेमाल होने वाला सामान और राशन लाकर रखा था. घटना के वक्त घर के भीतर बुजुर्ग पिता जैस्पर क्रॉस और उनके साथ घर के अंदर रहने वाला एक किराएदार कोरी ओ’कीफ भी मौजूद थे. बेटी घर के बाहर गई हुई थी. किराएदार ने सूचना दी कि पिता खून से लहूलुहान हॉल में घर के भीतर मरणासन्न हाल में पड़े हैं. बेटी ने जाकर देखा तो घर के अंदर कई स्थानों पर खून फैला पड़ा था. जांघ से निकल रहे खून से लथपथ हाल में पिता को पड़े देखा. काफी जगाने के बाद भी पिता नहीं जागे. तो बेटी ने तय कर लिया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है.

खून में लथपथ थे मुर्गे के पंजे और चोंच

वर्जीनिया गुइनन ने पिता को बचाने की हर संभव कोशिश उन्हें प्राथमिक उपचार देकर की थी. तब तक मगर उनकी जान जा चुकी थी. मुर्गे के हमले में मारे गए बुजुर्ग लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. उनकी दवाइयां अभी भी चल रही थीं. हालांकि, कैंसर की बीमारी से वे मुक्ति पा चुके थे. डॉक्टरों ने बताया कि वर्जीनिया गुइनन के बुजुर्ग पिता की मौत मुर्गे द्वारा उनकी जांघ पर किए गए हमले के बाद वहां से हुए अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई है. यह घाव उनके बांए पैर में था.

घटनास्थल के हालातों को देखकर बेटी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि, कोई मुर्गा उसके पिता के ऊपर हमला करके उनकी जान भी ले सकता है. लिहाजा बेटी वर्जीनिया गुइनन मन की संतुष्टि के लिए जब मुर्गे के बाडे़ (जहां मुर्गा खड़ा था) में गई तो उसके पंजे और चोंच खून में लथपथ मिले. यह वही मुर्गा था जिसने कुछ वक्त पहले वर्जीनिया गुइनन की बेटी (मुर्गे के हमले में मरने वाले बुजुर्ग की नातिन) के ऊपर भी हमला करके उसे बुरी तरह जख्मी कर डाला था.

हमले से पहले जैस्पर ने डाला था मुर्गे को दाना

गुइनन को घर में मौजूद उसके दो साल पुराने किराएदार कोरी ओ’कीफ ने बताया, “घटना से पूर्व की रात जैस्पर क्रॉस ने मुर्गे को खुद ही दाना खिलाया था. मैं नाइट ड्यूटी करके सुबह करीब 8 बजे घर लौटा था. जब मैं सुबह घर पहुंचा तो उसने देखा कि जख्मी हाल में पड़े जैस्पर क्रॉस बुरी तरह से चीख रहे थे. यह सब देखकर मैंने तुरंत 999 पर कॉल किया. मैंने उनकी (घायल जैस्पर क्रॉस मकान मालिक) जान बचाने के लिए उन्हें 25 मिनट तक सीपीआर भी दिया. इस दौरान जख्मी हाल में भी वे बार बार रुस्टर-रुस्टर बोल रहे थे. धीरे-धीरे वे बेहोश होते चले गए और उनकी जान निकल गई.”

चूंकि हमला एक मुर्गा द्वारा कर किसी इंसान की जान ले ली गई थी. इसलिए एजेंसियों ने शव का पोस्टमॉर्टम भी कराया. पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर रमदान शतवान कहते हैं, “गंभीर कोरोनरी एथेरोमा और कॉर्डियोमेगाली के चलते उन्हें कॉर्डियक अरेस्ट हो गया. जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई.”

एक अन्य डॉक्टर एनेट जेनिंग्स कहते हैं, “उनकी मौत की परिस्थितियां असामान्य थीं. जैस्पर क्रॉस की बाईं जांघ पर हमले से गहरा जख्म हो चुका था. जिससे हुए अत्यधिक रक्तस्राव ने उनकी जान ले ली.” फिलहाल इस बाबत दुस्साहस के साथ कत्ल का मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुजुर्ग पर जानलेवा हमला करने से ठीक पहले इस खूनी मुर्गे ने पड़ोस में रहने वाले एक बच्चे के ऊपर भी खूनी हमला किया था. मगर वो बच्चा हमले की पूरी तरह से चपेट में न आने के चलते सुरक्षित बच गया.