कांग्रेस की रैली में 500-500 रुपये में जुटाई जा रही भीड़! सिद्धारमैया के वीडियो पर CM ने कही ये बात
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि यह सच नहीं है, हम किसी को प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं, हमें पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है. कांग्रेस में ऐसी प्रथा नहीं है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह पार्टी नेताओं से भीड़ जुटाने के लिए लोगों को 500 रुपये देकर रैलियों में ले जाने के लिए कह रहे हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो कब का है. ऐसा लगता है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की चल रही “प्रजा ध्वनि” बस यात्रा में बेलगावी में थे, तब रिकॉर्ड किया गया था.
वीडियो में, सिद्धारमैया को केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जरकीहोली, विधायक लक्ष्मी हेब्बलकर और एमएलसी चन्नाराज हट्टीहोली के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है.
ದುಡ್ಡು ಕೊಟ್ಟು ಜನರನ್ನು ಕರೆದು ತರುವುದು, ಅವರಿಗೆಲ್ಲ ಬಿಟ್ಟಿ ಬಿಟ್ಟಿ ಭಾಗ್ಯ ಘೋಷಣೆ ಮಾಡುವುದು. ಆ ಕಡೆ ಅದೂ ಇಲ್ಲ, ಈ ಕಡೆ ಇದೂ ಇಲ್ಲ. ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಕಥೆ ಈಗ ಮುಂಡಾಸು ಇಲ್ಲದಿರೋ ಮದುಮಗನ ಥರ ಆಗಿದೆ.#CorruptCongress pic.twitter.com/aHp6ISBADG
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) March 1, 2023
हमें पैसे देने की कोई जरूरत नहीं: कांग्रेस
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि यह सच नहीं है, हम किसी को प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं, हमें पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है. कांग्रेस में ऐसी प्रथा नहीं है.
पैसे देकर भीड़ जुटाना कांग्रेस की परंपरा
वहीं बेलगावी में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पैसे देना और लोगों को लाना कांग्रेस की परंपरा रही है, इसमें कुछ भी नया या आश्चर्यजनक नहीं है. यह उनकी परंपरा है और लोग इसके बारे में जानते हैं. कांग्रेस इस तरह की चीजों में लिप्त रही है और अब यह सामने आ गया है.
मेरी लाश भी BJP और RSS के साथ नहीं जाएगी
बता दें कि कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन पार्टियों के पास कोई विचारधारा नहीं है. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी उन्होंने जमकर हमला बोला था. पूर्व सीएम ने कहा कि अगर यह लोग (बीजेपी) मुझे राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री भी बना दें, तब भी मैं इनके साथ नहीं जाऊंगा. यहां तक कि मेरी लाश भी बीजेपी और आरएसएस के साथ नहीं जाएगी.