MP: जंगली जानवरों का शिकार बने लोगों के परिजनों को मिलेगा 25 लाख का मुआवजा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि हमने जंगली जानवरों के हमलों के कारण मौत के लिए मुआवजे की राशि आठ लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि हमने उमरिया में हाथियों के हमले में मारे गए दो लोगों के परिवारों को भी इसके दायरे में शामिल किया है.
मध्य प्रदेश सरकार ने जंगली जानवरों के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को दी जाने वाली मुआवजा राशि रविवार को आठ लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी. राज्य सरकार ने उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पास एक हाथी द्वारा दो व्यक्तियों को कुचलकर मार डालने की घटना के एक दिन बाद यह घोषणा की.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि हमने जंगली जानवरों के हमलों के कारण मौत के लिए मुआवजे की राशि आठ लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का फैसला किया है.
मुआवजा राशि में तीन गुना वृद्धि
उन्होंने कहा कि हमने उमरिया में (हाथियों के हमले में) मारे गए दो लोगों के परिवारों को भी इसके दायरे में शामिल किया है. वन मंत्री प्रदीप अहिरवार द्वारा उमरिया जिले के पीड़ितों के परिजनों को 8-8 लाख रुपये का मुआवजा सौंपने के कुछ घंटों बाद ही मुआवजा राशि में तीन गुना की वृद्धि की गई.
10 हाथियों की मौत पर सुर्खियों में रिजर्व
बता दें कि रविवार शाम को पकड़े गए एक हाथी ने टाइगर रिजर्व से लगभग 10 किलोमीटर दूर देवरा गांव में रामरतन यादव (50) को मार डाला था, जब वह पिछले दिन प्रकृति की पुकार का जवाब देने के लिए गया था. इसने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में ब्राहे गांव में भैरव कोल (35) को भी कुचलकर मार डाला और फिर संरक्षित जंगल के ठीक बाहर बांका में मालू साहू (32) को घायल कर दिया. लगभग 72 घंटों में 10 हाथियों की मौत को लेकर रिजर्व अब सुर्खियों में है.
दो अधिकारियों को किया निलंबित
सीएम मोहन यादव ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में रविवार को दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर किया.बीटीआर के अंदर 10 हाथियों की मौत की जांच करने वाली उच्चस्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है जिसके बाद यह कार्रवाई की गई.मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में किसी कीटनाशक या किसी अन्य पहलू का उल्लेख नहीं किया गया है.
जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट
इस चूक के लिए रिजर्व निदेशक गौरव चौधरी और प्रभारी सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) अधिकारी फतेह सिंह निनामा के खिलाफ कार्रवाई की गई है. सीएम ने कहा कि टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. बांधवगढ़ रिजर्व के निदेशक को फोन बंद करने, छुट्टी के बाद काम पर नहीं लौटने और अन्य कारणों से निलंबित किया गया है. एसीएफ फतेह सिंह निनामा को भी निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि दोनों को कर्तव्य निर्वहन में ढिलाई बरतने के कारण निलंबित किया गया है.