First Period Celebration: देश की वो जगहें जहां सेलिब्रेट किया जाता है फर्स्ट पीरियड्स, जानें इसके रिवाज

First Period Celebration: देश की वो जगहें जहां सेलिब्रेट किया जाता है फर्स्ट पीरियड्स, जानें इसके रिवाज

First Period Celebration: आज भी पीरियड्स जैसे विषय पर बहुत खुलकर बात नहीं की जाती है. वहीं देश के कुछ हिस्सों में फर्स्ड पीरियड्स को बड़े उत्साह के साथ सेलिब्रेट किया जाता है.

First Period Celebration: पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है. ये महिलाओं के जीवन का बहुत ही अहम मोड़ होता है. इस दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं. इससे पता चलता है कि एक लड़की के औरत बनने का सफर शुरु हो गया है. लेकिन इस विषय पर आज भी बहुत खुलकर बात नहीं की जाती है. आज के दौर में हम आगे तो बढ़ रहे हैं, लेकिन ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिससे पता चलता है कि हमारी सोच अभी भी कितनी पीछे है. लोग पीरियड्स जैसे विषय पर खुले में बात करने में आज भी हिचकिचाते हैं.

वहीं देश के कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां महिलाओं के पहले पीरियड्स को सेलिब्रेट किया जाता है. इसे फेस्टिवल की तरह मनाया जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह से पहले पीरियड्स की खुशी मनाई जाती है. आइए यहां जानें इसके बारे में….

असम

असम में पहले पीरियड्स को तुलोनिया बिया के नाम से सेलिब्रेट किया जाता है. इस समारोह को शादी के तरह ही भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है. इस दौरान लड़की को कोई भी काम करने से मना किया जाता है. लड़की को किसी एकांत जगह पर सात दिनों तक रखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान तारों, सूरज और चंद्रमा को देखना अच्छा नहीं होता है.

कर्नाटक

कर्नाटक में फर्स्ट पीरियड्स को बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है. इस दौरान लड़की पहली बार साड़ी पहनती है. इस चीज से पता चलता है कि वो बड़ी हो रही है. इस मौके पर हाफ साड़ी पहनने का रिवाज है. इस सेलिब्रेशन को ऋतु शुद्धि के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा इसे ऋतु कला संस्कार के नाम से भी जाना जाता है. इस सेलिब्रेशन के बाद से महिलाएं अपनी शादी तक हाफ साड़ी ही पहनती हैं.

तमिलनाडु

तमिलनाडु में इस सेलिब्रेशन को मंजल निरातु वीजा के नाम से जाता जाता है. इस सेरेमनी में सभी गेस्ट को बुलाया जाता है. लड़की को हल्दी के पानी से नहलाया जाता है. इसके साथ सिल्क की साड़ी और ज्वैलरी पहनाई जाती है. इस सेरेमनीमें लड़की के मामा एक झोपड़ी बनाते हैं. इसे आम, नीम और नारियल के पत्तों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है. इस दिन कई तरह की स्वादिष्ट डिशेज भी बनाई जाती हैं. इस समारोह का समापन पुण्य धनम के साथ होता है. झोपड़ी को हटा दिया जाता है. पंडित घर को शुद्ध करता है.

ओडिशा

ओडिशा पहले पीरियड्स को सेलिब्रेट करने के लिए 3 दिन की सेरेमनी रखी जाती है. इसे समारोह को राजा प्रभा के नाम से जाना जाता है. पीरियड्स के चौथे दिन लड़की को नहलाया जाता है. इस उत्सव के दौरान लड़कियां कोई भी काम नहीं करती हैं. तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लेती है और नए कपड़े पहनती हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में पेडमनिषी पंडगा के रूप में पहले पीरियड्स को सेलिब्रेट किया जाता है.

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