पूर्व राष्ट्रपति प्रणब के पुत्र अभिजीत ने ममता का छोड़ा साथ, फिर कांग्रेस में वापस लौटे
![पूर्व राष्ट्रपति प्रणब के पुत्र अभिजीत ने ममता का छोड़ा साथ, फिर कांग्रेस में वापस लौटे](https://images.tv9hindi.com/wp-content/uploads/2025/02/abhijit-mukherjee-1.jpg)
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी बुधवार को तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़कर फिर से कांग्रेस में शामिल हो गये. यह विधानसभा चुनाव 2021 के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे. कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि टीएमसी में शामिल होना उनकी राजनीतिक गलती थी.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने बुधवार को ममता बनर्जी का साथ छोड़ दिया और फिर से कांग्रेस में वापस लौट गये. कांग्रेस में वापसी पर उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस छोड़कर एक राजनीतिक गलती की थी. अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि वह तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में लौट आए हैं. बता दें कि अभिजीत मुखर्जी जुलाई 2019 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे. पांच साल बाद बुधवार दोपहर एक बजे वह कोलकाता स्थित विधान भवन में फिर से कांग्रेस में वापसी की. इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य, विधायक गुलाम अहमद मीर सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता उपस्थित थे.
कांग्रेस में फिर से वापसी के बाद उन्होंने कहा, आज मेरा दूसरा जन्मदिन है. कांग्रेस को छोड़कर भारत में कोई अन्य पार्टी नहीं है जो जाति या धर्म की परवाह किए बिना सभी को गले लगाती हो.”
अभिजात ने कहा, “मुझे जो भी काम दिया जाएगा, मैं उसे करूंगा.” उन्होंने कहा, इसके अलावा, मैं हर जगह जाऊंगा और उन लोगों को वापस लाने के लिए काम करूंगा जो कांग्रेस छोड़कर अन्य पार्टियों में शामिल हो गए हैं.
2026 के विधानसभा में बनेंगे पार्टी के उम्मीदवार
अब सवाल यह है कि क्या वह कांग्रेस में वापसी के बाद भी राजनीति में सक्रिय रहेंगे? सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस उन्हें 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है.
अभिजीत मुखर्जी ने जंगीपुर से उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसे प्रणब मुखर्जी ने 2012 में खाली किया था. वह जीते भी थे. उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव भी जीता था. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में वह तृणमूल कांग्रेस के खलीलुर रहमान से हार गए थे. तभी से उनकी कांग्रेस से दूरी शुरू हो गई थी. 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रणब के बेटे कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
तृणमूल में शामिल होने पर भी सक्रिय नहीं थे अभिजीत
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद अभिजीत मुखर्जी पिछले तीन-चार वर्षों से राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल नहीं देखे गए थे. एक बार यह भी अफवाह उड़ी थी कि 2024 में वह कांग्रेस में वापस लौट आएंगे. लेकिन अंततः ऐसा नहीं हुआ. हालांकि, कुछ ही दिनों में अभिजीत की कांग्रेस में वापसी को लेकर फिर से अटकलें शुरू हो गई थी.
बुधवार को अभिजीत मुखर्जी पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के केंद्रीय पर्यवेक्षक गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में पुरानी पार्टी में लौट आए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार भी अपने पुराने साथी को अपने करीब पाकर खुश हैं. उन्होंने साफ कहा, कांग्रेस के अलावा भाजपा के खिलाफ लड़ने वाला कोई नहीं है. “उन्होंने अभिजीत मुखर्जी की कांग्रेस में आकर यह साबित कर दिया.”