अडानी के झटकों के बाद FPI ने खरीदे 7666 करोड़ रुपये के शेयर
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है कि इससे पिछले हफ्ते यानी 7 से 12 फरवरी के दौरान एफपीआई ने 3,920 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे.
एक बार फिर FPI सुर्ख़ियों में बन गया है. आपको बता दें, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का रुझान ने एक बार फिर इंडियन शेयर मार्केट की ओर स्थानांतरित हुआ है. पिछले हफ्ते ही एफपीआई ने शेयर बाजार में 7,600 करोड़ रुपये से ज्यादा का इंवेस्टमेंट किया है. डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है कि इससे पिछले हफ्ते 7 से 12 फरवरी के दौरान एफपीआई ने 3,920 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. अडानी के झटकों से उबरने के साथ FPI के प्रवाह में सुधार आया है यहां देखें एफपीआई ने कितने शेयर्स खरीदें हैं और बेचे हैं.
अडानी के झटकों से उबरने के साथ FPI का प्रवाह सुधरा
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार के अडाणी के झटकों से उबरने के साथ ही एफपीआई का प्रवाह सुधरा है. भारतीय शेयर बाजारों की तरफ उनका रुझान फिर बढ़ा है.जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जनवरी की शुरुआत से भारत में जो सतत बिकवाली का सिलसिला शुरू हुआ था वह अब बंद हो गया है. हालांकि, एफपीआई उच्चस्तर पर फिर बिकवाली कर सकते हैं.
FPI ने शुद्ध रूप से 7666 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे
आंकड़ों के अनुसार, 17 फरवरी को समाप्त सप्ताह में एफपीआई ने शुद्ध रूप से 7,666 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. श्रीवास्तव ने कहा कि स्थिर अर्थव्यवस्था, मजबूत वृहद आंकड़े और ऊंची वृद्धि की संभावना के बीच एफपीआई अब मूल्यांकन और अन्य चिंताओं से अलग हटकर देखने को तैयार हैं. इस साल की शुरुआत से 10 फरवरी तक एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे थे. इस दौरान उन्होंने 38,524 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. इसमें जनवरी में उनके द्वारा की गई 28,852 करोड़ रुपये की बिकवाली भी शामिल है.इस साल अबतक एफपीआई ने शेयरों से शुद्ध रूप से 30,858 करोड़ रुपये निकाले हैं. वहीं इस दौरान उन्होंने ऋण या बॉन्ड बाजार में शुद्ध रूप से 5,944 करोड़ रुपये डाले हैं.