फलदार पौधे लगाएं, खूब कमाएं… बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने की किसानों से किया आह्वान

फलदार पौधे लगाएं, खूब कमाएं…  बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने की किसानों से किया आह्वान

पंजाब के बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने राज्य में किसानों की आमदनी के साथ साथ प्रदेश के पर्यावरण के लिए अनोखी पहल की है. उन्होंने पंजाब में फसल विविधता को बढ़ावा देने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने किसानों से फलदार पौधे लगाने की अपील की है. उन्होंने ऐलान किया कि किसान बागवानी विभाग से सीधा संपर्क कर सकते हैं.

पंजाब सरकार के बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने प्रदेश के किसानों से फलदार पौधे लगाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग की तरफ से किफायती दरों पर पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. जौड़ामाजरा ने कहा कि यह पहलकदमी राज्य भर में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है.

बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि मानसून का मौसम फलदार पौधे लगाने के लिए सबसे अनुकूल होता है, यानी यही समय सही है. सरकार की पहल गेहूं-धान के पारंपरिक फसल चक्र, जिसने भूजल स्तर को काफी कम कर दिया है, उसके लिए स्थायी विकल्प प्रदान करेगी.

आम, अमरूद, लीची, चीकू लगाएं

बागवानी मंत्री ने खासतौर पर आम, अमरूद, लीची, चीकू, नींबू प्रजाति के फलों की अनेक किस्में, जामुन, बिल और कटहल सहित अनेक फलदार पेड़ लगाने की पुरजोर अपील की. उन्होंने बताया कि ये पौधे बागवानी विभाग के अधीन चल रहीं सरकारी नर्सरियों में उचित मूल्य पर उपलब्ध हैं.

इसी दौरान निदेशक बागवानी शैलिंदर कौर, आईएफएस ने कहा कि नर्सरियों से पौधे प्राप्त करने संबंधी अधिक जानकारी के लिए किसान, बागवानी विभाग के नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर 7508018803 पर संपर्क कर सकते हैं. किसानों को हर संभव मदद की जाएगी.

फलदार पौधे से पर्यावरण का संरक्षण

बागवानी मंत्री ने कहा कि फलदार पौधे लगाने से एक तरफ पर्यावरण का संरक्षण होता है, वहीं जल का भी संरक्षण होता है. उन्होंने कहा कि फसल विविधता को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ इससे किसानों की आय में भी जबरदस्त वृद्धि होगी.

किसानों की कमाई में भी होती है वृद्धि

शैलिंदर कौर ने अधिक टिकाऊ और आर्थिक रूप से लाभकारी कृषि तकनीकें अपनाने के लिए पंजाब के किसानों को पूर्ण समर्थन देने के संबंध में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य के कृषि क्षेत्र की आर्थिक क्षमताओं को बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने के लिए किए जा रहे व्यापक प्रयासों का हिस्सा है.