महीनेभर बाद Adani Group के लिए आई खुशखबरी, मिली ये बड़ी राहत
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप संकट का सामना कर रहा है. अब लगभग महीनेभर बाद उसके लिए ये राहत भरी खबर आई है. समूह की एक कंपनी को अब निगरानी के दायरे से बाहर कर दिया गया है.
अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप के खिलाफ पिछले महीने एक रिपोर्ट क्या जारी की, गौतम अडानी की कंपनियों के लिए मुश्किलों का दौर शुरू हो गया. अब लगभग एक महीने बाद समूह की कंपनी अडानी ग्रीन के लिए एक अच्छी खबर आई है. ग्लोबन रेटिंग एजेंसी ने अब अडानी ग्रीन को ‘निगरानी के दायरे’ से बाहर कर दिया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी समूह पर अपनी कंपनियों के शेयर प्राइस को मैन्युपुलेट करने और अकाउंटिंग फ्रॉड करने जैसे आरोप लगाए गए थे. इसके बाद जहां एक तरफ समूह की कंपनियों के शेयर भाव टूटने लगे, वहीं दूसरी तरफ उसकी क्रेडिट रेटिंग पर निगेटिव असर दिखने लगा.
Adani Green की रेटिंग
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने अडानी ग्रीन को जहां ‘Under Observation’ के दायरे से बाहर कर दिया है. वहीं उसकी क्रेडिट रेटिंग भी BB+ पर बनाए रखी है. एसएंडपी ग्लोबल का कहना है कि अडानी ग्रीन का कर्ज पूरी तरह से सुरक्षित है और कंपनी के पास अच्छा कैश फ्लो है.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को सबसे बड़ा बट्टा साख को लेकर लगा है. ऐसे में एसएंडपी की ओर से मिली ये राहतभरी खबर कंपनी में निवेशकों का भरोसा बढ़ाने में मदद करेगी.
अडानी ट्रांसमिशन को मिली ‘BBB-‘ रेटिंग
एसएंडपी ग्लोबल के अडानी ग्रीन को जहां बीबी प्लस की रेटिंग दी है. इससे ठीक एक दिन पहले फिच रेटिंग्स ने ग्रुप की एक और कंपनी अडानी ट्रांसमिशन की रेटिंग ‘बीबीबी निगेटिव’ रखा है. वहीं अडानी ग्रुप की कंपनियों को लेकर अपना आउटलुक भी स्टेबल रखा है.
हालांकि आपको ये बता दें कि ‘BB+’ रेटिंग की वैल्यू ‘BBB-‘ से नीचे होती है.
साख बचाने में जुटा अडानी समूह
अडानी समूह लगातार निवेशकों का भरोसा फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहा है. एसबीआई म्यूचुअल फंड और बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड का करीब 1500 करोड़ रुपये लौटाने से पहले समूह ने क्रेडिट सुइस, जेपी मॉर्गन, जेएम फाइनेंस जैसी अन्य कंपनियों का करीब 8,000 करोड़ रुपये का लोन भी समय से पहले चुका दिया था. अडानी समूह पर सितंबर 2022 में कुल कर्ज 2.26 लाख करोड़ रुपये था. जबकि उसके पास महज 31,646 करोड़ रुपये की नकदी थी.