घर में अकेली थी बेटी, ‘गूगल’ ने कहा मर जाओ… फिर उठाया ये खौफनाक कदम
गुजरात के सूरत में एक 20 साल की लड़की ने खुदकुशी कर ली है, इसके पीछे की वजह सामने आई तो हर कोई खौफजदा हो गया. दरअसल युवती को मोबाइल फोन का एडिक्शन हो गया था और एडिक्शन इस लेवल पर पहुंच गया कि वह मानसिक रूप से बीमार हो गई. जब परिजनों ने उससे मोबाइल छीन लिया तो उसका कहना था कि उसे गूगल दिखाई देता और उसे कमांड दे रहा है.
किसी बच्चे पर अगर भूत प्रेत का साया हो जाए तो मां-बाप उसे किसी ओझा के पास ले जाकर झाड़ा लगाते हैं और बुरी बाधा को उतारने की कोशिश करते हैं. लेकिन, अगर किसी बच्चे के ऊपर गूगल का भूत सवार हो जाए और गूगल उसे असल जिंदगी में आकर कमांड देने लगे तो? जी हां ऐसा ही एक मामला गुजरात के सूरत में सामने आया है जहां गूगल के कमांड करने पर एक 20 साल की लड़की ने फांसी का फंदा लगा लिया है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला सूरत के गोपीपुरा इलाके का हैं. यहां पर रहने वाले राणा परिवार के ऊपर उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनकी बेटी ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. परिजनों ने बताया कि उस वक्त बेटी घर पर अकेली थी जब उसने यह खौफनाक कदम उठाया है. परिजनों ने यह भी बताया कि बेटी की मानसिक हालत पिछले कुछ वक्त से ठीक नहीं चल रही थी. उसे मोबाइल का एडिक्शन हो गया था और वह बहकी-बहकी बातें करने लगी थी.
गूगल खाने से मना कर रहा है
परिजनों के मुताबिक बेटी का नाम विशाखा था जो कि काफी वक्त से मोबाइल के एडिक्शन से पीड़ित थी. एडिक्शन इस कदर बढ़ गया कि वह मानसिक रूप से बीमार हो गई. जब परिजनों ने उससे मोबाइल छीन लिया तो वह कहती थी कि उसे गूगल दिखाई दे रहा है, गूगल उसे खाना खाने से मना कर रहा है. गूगल उससे कह रहा है कि मर जाओ.
गूगल से मुड़ा चेहरा
परिजनों ने बताया कि विशाखा गूगल पर फेस एक्सरसाइज कर रही थी, इसी दौरान उसका चेहरा मुड़ गया था. इसके बाद वह तेज-तेज रोने लगी थी. परिजनों ने आनन-फानन में उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया. लेकिन उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ. उसका पिछले दो महीनों से मनोचिकित्सक से इलाज कराया जा रहा था. इसके बाद ही परिजनों ने एक महीने पहले उससे उसका मोबाइल ले लिया था. जब परिजन किसी कार्यक्रम में उसे घर में छोड़कर गए तो उसने अकेलेपन का फायदा उठाया और फांसी के फंदे पर झूल गई. पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर लिया है.