PM मोदी की अपील के बाद भी वरुण गांधी-CM नीतीश समेत इन नेताओं ने नहीं बदली DP

PM मोदी की अपील के बाद भी वरुण गांधी-CM नीतीश समेत इन नेताओं ने नहीं बदली DP

पीएम मोदी के आह्वान के बाद नेताओं ने अपनी डीपी में तिरंगा लगाना शुरू कर दिया, लेकिन अपील के 2 दिन बाद भी बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की लंबी लिस्ट है जिन्होंने अब तक डीपी नहीं बदली.

हर घर तिरंगा अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया में अपने डीपी में अपने-अपने हिसाब से तिरंगा लगा दिया है. हालांकि तिरंगा के बहाने राजनेता एक-दूसरे पर लगातार हमले भी कर रहे हैं, लेकिन इनमें से कई बड़े और दिग्गज नेता ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक अपनी डीपी नहीं बदली है.

पीएम मोदी के आह्वान के बाद नेताओं ने अपनी डीपी में तिरंगा लगाना शुरू कर दिया, लेकिन प्रधानमंत्री की अपील के 2 दिन बाद भी ऐसे नेताओं की लंबी लिस्ट है जिन्होंने डीपी नहीं बदली. इसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा बीजेपी और कांग्रेस से जुड़े कई नेता भी शामिल हैं. हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी डीपी नहीं बदली है जिनका वास्ता भारतीय जनता पार्टी या कांग्रेस से नहीं है.

मां मेनका ने बदली, लेकिन वरुण गांधी ने नहीं बदली DP

शुरुआत उन नेताओं से करते हैं, जो भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं और उन लोगों ने पीएम मोदी के आह्वान के इतर अपने डीपी में कोई बदलाव नहीं किया है. इसमें सबसे बड़ा नाम है पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का. हालांकि उनकी मां और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने अपनी डीपी में तिरंगा लगा रखा है. मेनका इस समय सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद हैं. इसी तरह कई मुद्दों पर बागी तेवर रखने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने भी अपनी डीपी नहीं बदली है.

Varun Twitter

वरुण गांधी का ट्वीटर हैंडल

कांग्रेस के मनीष तिवारी और आनंद शर्मा भी

कांग्रेस के भी कई नेता हैं जिन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं के इतर अपने डीपी में कोई बदलाव नहीं किया है. इन नेताओं में पार्टी लाइन से कई बार अलग जा चुके मनीष तिवारी भी शामिल हैं, इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्दारमैया भी शामिल हैं. हालांकि कर्नाटक के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ की फोटो लगा रखी है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी अपनी डीपी नहीं बदली है.

Manish Tiwary

मनीष तिवारी का ट्वीटर हैंडल

महाराष्ट्र के कद्दावर नेता माने जाने वाले और एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इसी लिस्ट में शामिल हैं. शिवसेना नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी अपनी डीपी नहीं बदली है.

CM नीतीश और ममता की भी डीपी नहीं बदली

डीपी नहीं बदलने वालों में कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं. पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस लिस्ट में शामिल हैं.

Ak Twitter

अरविंद केजरीवाल का ट्वीटर हैंडल

बीजेपी के साथ बिहार में साझा सरकार चला रहा नीतीश कुमार ने भी अपना डीपी नहीं बदला है. इसी तरह महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ साझा सरकार चला रहे एकनाथ शिंदे ने भी अब तक अपनी डीपी में कोई बदलाव नहीं किया है. इसी फेहरिस्त में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शामिल हैं जिन्होंने अपनी डीपी में तिरंगा नहीं लगाया. केरल के मुख्यमंत्री के विजयन ने और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपनी डीपी नहीं बदली है.

Nitish Kumar

सीएम नीतीश कुमार का ट्वीटर हैंडल

हालांकि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर तिरंगा वाली डीपी लगाई है. जबकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय के डीपी में कोई बदलाव नहीं है. मुख्यमंत्री केसीआर का कोई ट्वीटर हैंडल नहीं है.

PM मोदी ने मंगलवार को किया था आह्वान

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के अन्य नेताओं ने दो दिन पहले ही मंगलवार को अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डिस्प्ले तस्वीर पर तिरंगा लगा दिया और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की. इसके एक दिन बाद कल बुधवार को कांग्रेस के नेताओं ने अपनी डीपी बदल दी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और जयराम रमेश समेत कई बड़े नेताओं ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के हाथ में तिरंगा वाली तस्वीर को डीपी में लगाया. पहले जयराम रमेश फिर राहुल गांधी ने नाम लिए बगैर तिरंगा नहीं लगाने को लेकर आरएसएस पर भी निशाना साधा.