Hisar Lok Sabha Seat: हिसार सीट पर 20 साल से कांग्रेस को नहीं मिली जीत, क्या BJP दोबारा करेगी वापसी?

Hisar Lok Sabha Seat: हिसार सीट पर 20 साल से कांग्रेस को नहीं मिली जीत, क्या BJP दोबारा करेगी वापसी?

Haryana Lok Sabha Election 2024: हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस को पिछले साल से जीत की तलाश है. 2004 के बाद कांग्रेस को यहां से जीत नसीब नहीं हुई है. वहीं, 57 साल के इतिहास में इस सीट पर बीजेपी को 2019 में पहली जीत मिली थी.

Hisar Lok Sabha Seat: हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट काफी हॉट सीट मानी जाती है. 1952 में यह लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी. बीजेपी के विजेंद्र सिंह यहां के मौजूदा सांसद हैं. इस सीट पर काफी लंबे समय तक भजनलाल और देबी लाल के परिवार का कब्जा रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में विजेंद्र सिंह ने जननायक पार्टी के दुष्यंत चौटाला को हराया था. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के भव्य विश्नोई थे. हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस को पिछले 20 साल से जीत नहीं मिली है.

2004 के बाद से कांग्रेस इस सीट पर जीत की तलाश में हैं. वहीं, 57 साल के इतिहास में इस सीट पर बीजेपी को 2019 में पहली जीत मिली थी. बीजेपी की निगाहें इस सीट पर दोबारा जीत हासिल करने की होगी. बता दें कि हिसार लोकसभा क्षेत्र में 9 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं. इनमें उचाना कलां, आदमपुर, उकलाना (एससी), नारनौंद, हांसी, बरवाला, हिसार, नलवा और बवानी खेड़ा (एससी) शामिल हैं.

पिछले तीन लोकसभा चुनावों के आंकड़े

2019 के लोकसभा चुनाव में विजेंद्र सिंह ने जननायक पार्टी के दुष्यंत चौटाला को 3,14,068 लाख वोटों से हराया था. विजेंद्र सिंह को 603,289 लाख यानी 51 फीसदी वोट मिले थे जबकि चौटाला 289,221 लाख यानी 25 फीसदी वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के भव्य विश्नोई थे. भव्य विश्नोई को 184,369 लाख यानी मात्र 15 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे. वहीं, 2014 में INLD के दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा जनहित कांग्रेस के कुलदीप विश्नोई को 31,847 हजार वोटों से हराया था. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के संपत सिंह रहे थे. 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस के भजन लाल ने कांग्रेस के संपत सिंह को 6,983 हजार वोटों से शिकस्त दी थी.

हिसार लोकसभा में कुल कितने मतदाता?

हिसार लोकसभा सीट पर करीब 15,58,281 लाख वोटर्स हैं. इनमें से 8,40,183 लाख करीब पुरुष मतदाता हैं जबकि 7,18,095 महिला वोटर्स हैं. पिछले लोकसभा चुनाव (2019) में 11,79,869 मतदाताओं ने मतदान किया था. मतलब यहां 75 फीसदी वोटिंग हुई थी.

इस सीट पर कब कब किसने जीता?

  • 1952-लाला अचिंत राम (कांग्रेस)
  • 1957- ठाकुर दास भार्गव (कांग्रेस)
  • 1962-मनीराम बागरी (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)
  • 1967-राम कृष्ण गुप्ता (कांग्रेस)
  • 1971- मनीराम गोदारा (कांग्रेस)
  • 1977-इंदर सिंह श्योकंद (जनता पार्टी)
  • 1980-मनीराम बागरी (जनता पार्टी (सेक्युलर)
  • 1984- चौ. बीरेंद्र सिंह (कांग्रेस)
  • 1989- जय प्रकाश (जनता दल)
  • 1991- नारायण सिंह (कांग्रेस)
  • 1996- जय प्रकाश (हरियाणा विकास पार्टी)
  • 1998 -सुरेंद्र सिंह बरवाला (इंडियन नेशनल लोकदल)
  • 1999-सुरेंद्र सिंह बरवाला (इंडियन नेशनल लोकदल)
  • 2004-जय प्रकाश (कांग्रेस)
  • 2009- भजन लाल (हरियाणा जनहित कांग्रेस)
  • 2011 -कुलदीप बिश्नोई (हरियाणा जनहित कांग्रेस)
  • 2014- दुष्यन्त चौटाला (इंडियन नेशनल लोकदल)
  • 2019- बृजेन्द्र सिंह (भारतीय जनता पार्टी)

हिसार का संक्षिप्त इतिहास

हिसार का इतिहास सदियों पुराना है. हिसार शहर की स्थापना एक मुस्लिम शासक फिरोजशाह तुगलक ने 1354 ई. में की थी. हिसार को ‘स्टील सिटी’ भी कहा जाता है. नई दिल्ली के 167 किलोमीटर दूर बसा यह शहर भारत का सबसे बड़ा जस्ती लोहा उत्पादक है. आजादी की लड़ाई में हिसार का बड़ा योगदान है. यहां के अनेक जांबाजों ने राष्ट्र सेवा, सहयोग, सामर्थ्य, शक्ति, शौर्य एवं बलिदान का अनूठा इतिहास रचा है. हिसार के वीरों ने आजादी के समय और आजादी के बाद भी देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिए. स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में हिसारवासियों के समर्थन और त्याग को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.