Adani प्लांट बनाम ट्रक मालिक, ठाकुर ने की हिमाचल CM से बात, बोले- ‘इस पर राजनीति न हो’
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मामले के जल्द निपटारे के लिए मैंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके कैबिनेट मंत्रियों के साथ बातचीत की थी और राज्य सरकार का रवैया सकारात्मक था.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने बिलासपुर और सोलन जिलों में अडानी समूह के स्वामित्व वाले सीमेंट संयंत्रों और ट्रक यूनियनों के बीच विवाद का जल्द से जल्द समाधन निकालने के लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की है. बरमाणा (जिला बिलासपुर) और दारलाघाट (जिला सोलन) के सीमेंट संयंत्रों ने माल ढुलाई भाड़े के विवाद के कारण परिचालन बंद कर दिया है और सीमेंट और क्लिंकर की ढुलाई में लगे ट्रक परिचालक सड़कों पर हैं.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री ने यहां सीमेंट संयंत्रों से जुड़े ट्रक ड्राइवरों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनियनों के साथ बैठक के बाद कहा कि ट्रक परिचालक हमारे परिवार के सदस्य हैं. हम इसका समाधान निकालेंगे क्योंकि दो सीमेंट संयंत्र बंद होने के कारण स्थिति गंभीर है, जिससे ट्रक परिचालकों और राज्य को नुकसान हुआ है. बैठक में हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, राज्य भाजपा प्रमुख सुरेश कश्यप और श्री नैनादेवी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा भी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बातचीत
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मामले के जल्द निपटारे के लिए मैंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके कैबिनेट मंत्रियों के साथ बातचीत की थी और राज्य सरकार का रवैया सकारात्मक था. ठाकुर ने कहा कि गतिरोध ने हजारों लोगों की आजीविका को प्रभावित किया है और हम चाहते हैं कि समस्या जल्द से जल्द सुलझ जाए और ट्रक सड़कों पर वापस आ गए हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.
राज्य को प्रतिदिन दो करोड़ रुपये का नुकसान
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पहले कहा था कि इन संयंत्रों के बंद होने से राज्य को प्रतिदिन दो करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. सीमेंट संयंत्रों से लगभग 6,500 ट्रक जुड़े हुए हैं और ट्रकों के खड़े होने से कई परिवारों की आजीविका प्रभावित हुई है.