किसान बेकाबू! प्रदर्शन के नाम पर हिंसा, 24 पुलिसकर्मी घायल, आज फिर दिल्ली कूच की तैयारी
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भारी पथराव भी किया. इसके बावजूद पुलिस द्वारा धैर्य और संयम का परिचय देते हुए वाटर कैनन, अश्रु गैस तथा हल्के बल का इस्तेमाल कर कानून व्यवस्था बनाए रखी. पथराव के दौरान 24 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं.
किसान आंदोलन के चलते हरियाणा में इंटरनेट सेवाएं दो दिन और बंद रहेंगी. हरियाणा सरकार ने 15 फरवरी तक इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश जारी किया है. अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और डबवाली में इंटरनेट बंद रहेगा. इसके अलावा राजस्थान में तीन जिलों श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़ में इंटरनेट बंद और 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. दरअसल मंगलवार को प्रदर्शन के बाद आज फिर किसानों ने दिल्ली की ओर मार्च जारी रखने की घोषणा की है.
बता दें कि किसान संगठनों के दिल्ली कूच के आह्वान को लेकर मंगलवार को हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर-ट्राली और हथियारों से लैस होकर पंजाब से लगते शम्भू बॉर्डर (अम्बाला) और दाता सिंह बॉर्डर (खनौरी-जींद) में धारा-144 लागू होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया.
पुलिसकर्मियों पर भारी पथराव
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भारी पथराव भी किया. इसके बावजूद पुलिस द्वारा धैर्य और संयम का परिचय देते हुए वाटर कैनन, अश्रु गैस तथा हल्के बल का इस्तेमाल कर कानून व्यवस्था बनाए रखी गई. पथराव के दौरान 24 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं. इन पुलिसकर्मियों में 15 (डीएसपी और अन्य रैंक) शम्भू बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान घायल हुए जबकि 9 पुलिसकर्मी दाता सिंह बॉर्डर जींद में घायल हुए. इन पुलिसकर्मियों का नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार किया जा रहा है.
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कानूनी कार्रवाई की तैयारी
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में रही. उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में धारा-144 लगाई गई है, जिसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं
उन्होंने कहा कि लोग शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति किसी को भी नहीं दी जा सकती. उन्होंने बताया कि प्रदेश में शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है इसलिए लोग किसी भी गैर कानूनी संगठन का हिस्सा ना बने.
भड़काऊ पोस्ट डालने वालों पर कार्रवाई
इसके अलावा, लोग सोशल मीडिया आदि पर भी भड़काऊ पोस्ट न डालें. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल द्वारा इस प्रकार की पोस्ट पर नजर रखी जा रही है और भड़काऊ तथा भ्रामक पोस्ट डालने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.