Jhanjharpur Lok Sabha Seat: झंझारपुर में क्या इस बार फिर NDA दर्ज करेगी जीत? जानें इस सीट का जातीय समीकरण

Jhanjharpur Lok Sabha Seat: झंझारपुर में क्या इस बार फिर NDA दर्ज करेगी जीत? जानें इस सीट का जातीय समीकरण

झंझारपुर लोकसभा सीट में ब्राह्मण और अति पछिड़ा समुदाय के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. यहां अभी जनता दल यूनाइटेड (JDU) से रामप्रीत मंडल सांसद हैं. रामप्रीत मंडल ने 2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी के उम्मीदवार गुलाब यादव को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था.

झंझारपुर लोकसभा सीट 1971 में अस्तित्व में आई है. यहां से पहली बार कांग्रेस के नेता जगन्नाथ मिश्रा सांसद चुने गए थे. इसके बाद 1977 में इस सीट से जनता पार्टी की टिकट पर धनिक लाल मंडल सांसद बने. 1980 में जनता पार्टी (सेकुलर) की टिकट से वह दुबारा संसद पहुंचे. 1944 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार गौरी शंकर राजहंस ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद इस सीट से लगातार 3 बार जनता दल के सिंबल से देवेंद्र प्रसाद यादव 1989, 1991 और 1996 में सांसद बने. 1998 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार सुरेंद्र प्रसाद यादव ने जीत दर्ज की थी. 1999 में जेडीयू 2004 में आरजेडी की टिकट पर देवेंद्र प्रसाद यादव यहां से संसद पहुंचे. 2009 में भारतीय जनता पार्टी के नेता बीरेंद्र कुमार चौधरी सांसद बने और अभी यहां से रामप्रीत मंडल जेडीयू से सांसद हैं.

झंझारपुर लोकसभा सीट में ब्राह्मण, यादव और अति पिछड़े समुदाय के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इस सीट में 35 प्रतिशत पिछड़े समुदाय के मतदाताओं की संख्या है. मुस्लिम 15 प्रतिशत हैं. 20 प्रतिशत ब्राह्मण तो 20 प्रतिशत ही यादव मतदाता हैं. इसके बाद बाकी अन्य जातियां 10 प्रतिशत हैं. यह जाति समीकरण देखने के बाद ही सभी पार्टियां अपने उम्मदीवार को चुनावी मैदान में उतारती हैं. अभी तक सबसे ज्यादा इस सीट पर पिछड़े समुदाय से आने वाले उम्मीदवारों को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है.

JDU ने 3 लाख से ज्यादा वोटों से RJD को हराया

2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए से ये सीट जेडीयू के खाते में गई थी. जेडीयू ने रामप्रीत मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने यहां से 3 लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज की थी. रामप्रीत मंडल ने आरजेडी के उम्मीदवार गुलाब यादव को हराया था. गुलाब यादव को 2,79,440 वोट मिले थे. रामप्रीत मंडल को 2019 लोकसभा चुनाव में 6,02,391 वोट मिले थे. इस सीट पर कुल 10,62,391 वोट पड़े थे. जीत का अंतर करीब साढ़े तीन लाख वोटों का था.

बीजेपी के ब्रजेंद्र कुमार चौधरी ने दर्ज की थी जीत

2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार ब्रजेंद्र कुमार चौधरी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी के उम्मीदवार ने आरजेडी के उम्मीदवार मंगनी लाल मंडल को 55 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. ब्रजेंद्र कुमार चौधरी को 3,35,481 वोट मिले थे. जनता दल यूनाइटेड (जेडूयू) के प्रत्याशी देवेंद्र प्रसाद यादव को इस लोकसभा चुनाव में 1,83,591 वोट मिले थे.

3 BJP, 2 JDU और 1 विधानसभा सीट RJD के पास

झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटें आती हैं. खजौली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के अरुण शंकर प्रसाद विधायक हैं. बाबूबरही विधानसभा सीट से जेडीयू की मीना कुमारी विधायक हैं. राजनगर विधानसभा सीट आरक्षित है. यहां से बीजेपी के रामप्रीत पासवान विधायक हैं. झंझारपुर लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में है. यहां से नीतीश मिश्रा विधायक हैं. फूलपरास विधानसभा सीट से जेडीयू की शीला मंडल विधायक हैं. लौकहा विधानसभा सीट से आरजेडी के भारत भूषण मंडल विधायक हैं.

जिले की ये है खासियत

झंझारपुर लोकसभा सीट मधुबनी जिले में आती है. यह जिला दरभंगा डिवीजन का एक हिस्सा है. मधुबनी जिले का क्षेत्रफल 3501 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. 2011 की जनगणना के अनुसार, इस जिले की आबादी 44,87,379 है. इसमें पुरुषों की संख्या 23 लाख 29 हजार 313 है. महिलाओं की संख्या 21 लाख 58 हजार 066 रही. इस जिले की साक्षरता दर 58.62 प्रतिशत है. मधबुनी जिला खास पेंटिंग के लिए जाना जाता है, जो कि विश्व प्रसिद्ध है.