जितेंद्र और हेमा मालिनी करने वाले थे शादी, उसी वक्त पहुंच गए धर्मेंद्र, फिर क्या हुआ ?

जितेंद्र और हेमा मालिनी करने वाले थे शादी, उसी वक्त पहुंच गए धर्मेंद्र, फिर क्या हुआ ?

धर्मेंद्र और जितेंद्र दोनों ही हेमा मालिनी को चाहते थे, और शादी करना चाहते थे लेकिन हेमा धर्मेंद्र को अधिक चाहती थीं. जितेंद्र को वह महज दोस्त मानती थीं.

बॉलीवुड की ब्यूटीफुल और सदाबहार अभिनेत्रियों में हेमा मालिनी का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है. हेमा मालिनी को ड्रीम गर्ल यूं ही नहीं कहा जाता. उनकी सुंदरता और टैलेंट की हर कोई सराहना करता रहा है. तभी तो उस दौर में कई बड़े सितारे उनसे शादी करना चाहते थे. उनके साथ अपना घर बसाना चाहते थे. उनमें एक धर्मेंद्र तो थे ही, जितेंद्र से लेकर गिरीश कर्नाड तक जैसे बड़े कलाकार भी शामिल थे.

ये बात उन दिनों की है जब धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की शादी नहीं हुई थी, लेकिन दोनों की निकटता की खबरें बॉलीवुड में सबकी जुबान पर थी. उनकी हर खबर एक गर्मागर्म मसाला की तरह होती थी. क्योंकि धर्मेंद्र शादीशुदा थे. और हेमा उस वक्त की एक स्टार अभिनेत्री की हैसियत रखती थीं. लेकिन हेमा की मां उन दोनों की शादी तो क्या उनका मिलना जुलना भी पसंद नहीं करती थीं.

जब जितेंद्र हेमा को लेकर मद्रास चले गए

एक दिन धर्मेंद्र को पता चला कि उसके खास दोस्त और एक्टर जितेंद्र हेमा मालिनी को लेकर मद्रास चले गये हैं. धर्मेंद्र को ये भी पता चला कि जितेंद्र वहां हेमा से शादी रचाना चाहते हैं. फिर क्या था धर्मेंद्र ने उस शादी को कैंसल कराने के लिए रणनीतियां बनानी शुरू कर दी. पल भर में मुंबई-मद्रास एक कर दिया. सारे काम छोड़ तुरंत जा पहुंचे मद्रास.

हेमा की मां जितेंद्र को दामाद बनाना चाहती थीं

खास बात ये कि धर्मेंद्र और जितेंद्र दोनों ही हेमा मालिनी को चाहते थे, और शादी करना चाहते थे लेकिन हेमा धर्मेंद्र को अधिक चाहती थीं. जितेंद्र को वह महज दोस्त मानती थीं. क्योंकि हेमा को जितेंद्र और मुमताज की दोस्ती की जानकारी थी. लेकिन हेमा की मां नहीं चाहती थी कि उसकी शादी धर्मेंद्र से हो लिहाजा उन्होंने जितेंद्र से शादी की हामी भर दी थी. जिसके बाद उत्साहित जितेंद्र हेमा को लेकर मद्रास उनके घर पहुंच गए. दोनों उस वक्त ‘दुल्हन’ और ‘खुश्बू’ फिल्म में काम कर रहे थे.

धर्मेंद्र ने शादी तोड़ने की कैसे बनाई रणनीति

धर्मेंद्र और जितेंद्र आपस में अच्छे दोस्त रहे हैं. लिहाजा दोनों एक दूसरे के राज को भली भांति जानते थे. धर्मेंद्र को तुरंत जितेंद्र की खास दोस्त शोभा सिप्पी की याद आई. जिससे वह शादी करने वाले थे. धर्मेंद्र ने शोभा सिप्पी को पूरे वाकये की जानकारी दी और उन्हें लेकर हेमा के घर मद्रास पहुंचे. पूरा नजारा देख हेमा के घरवाले खासे नाराज हो गए. धर्मेंद्र को भला बुरा कहा.

लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद धर्मेंद्र को हेमा मालिनी से बात करने का मौका दिया गया. दोनों ने एक अलग कमरे में बात की. धर्मेंद्र हेमा को समझाते रहे – इतनी बड़ी ग़लती मत कर. शोभा बुरी तरह से रो रही है. वह जितेंद्र के बिना नहीं रह सकती.

अंत में वही हुआ जो धर्मेंद्र चाहते थे

धर्मेंद्र से बात होने के बाद हेमा मालिनी कमरे से बाहर निकलीं. गुस्सा और गम दोनों था. शादी को कुछ दिन टालने को कहा और ये भी कहा कि उनके फैसले का इंतजार किया जाए. लेकिन जितेंद्र का परिवार अड़ गया कि शादी होगी तो अभी वर्ना नहीं. इस तनातनी पर जितेंद्र और हेमा की शादी रद्द हो गई. आखिरकार वही हुआ जो धर्मेंद्र चाहते थे.

जल्दी ही सन् 1974 में जितेंद्र और शोभा की शादी हो गई. और फिर सन् 1980 में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी एक-दूसरे के हो गए.