‘प्यार दो थानेदार बना दूंगा’, महिला SI को DSP ने दिया था ऑफर, अब नप गए साहब

‘प्यार दो थानेदार बना दूंगा’, महिला SI को DSP ने दिया था ऑफर, अब नप गए साहब

बिहार के कैमूर में एक महिला एसआई ने डीएसपी पर प्रमोशन के ऑफर देने के साथ 'गंदा काम' करने का आरोप लगाया. जांच में महिला एसआई की शिकायत सही पाए जाने पर पुलिस मुख्यालय ने आरोपी डीएसपी को सस्पेंड कर दिया. साथ ही आरोपों की रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपी गई है.

बिहार के एक डीएसपी ने महिला एसआई को थानेदार बनाने का ऑफर देकर गंदी डिमांड कर दी. उसने एसआई के फोन पर गंदे मैसेज भी भेजे. रंगीन मिजाज डीएसपी की शिकायत महिला एसआई ने उच्चाधिकारियों से कर दी. जांच के बाद आरोपी डीएसपी पर लगे आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही आरोपी डीएसपी की रिपोर्ट गृह विभाग भेजी गई. अब उस पर विभागीय कार्रवाई शुरू करने का फैसला लिया गया है.

मामला कैमूर जिले का है. आरोपी डीएसपी का नाम फैज अहमद खान है. जिस वक्त उस पर आरोप लगे तब वह मोहनियां का डीएसपी था. सस्पेंड करने के बाद उसे पटना में मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के कार्यालय में रखा गया. डीएसपी पर आरोप बीते वर्ष 2023 में लगे थे. उस पर महिला एसआई ने प्रमोशन के नाम पर यौन शोषण का आरोप लगाया था.

बिहार सरकार ने दिए विभागीय कार्रवाई के निर्देश

मोहनियां के तत्कालीन डीएसपी फैज अहमद खान पर बिहार सरकार ने विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. 10 दिनों के अंदर आरोपी डीएसपी पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. फैज खान को सितंबर 2023 में सस्पेंड कर दिया गया था. कैमूर एसपी के मुताबिक, पिछले वर्ष डीएसपी फैज खान पर महिला सब इंस्पेक्टर ने थानेदार बनाने का ऑफर देकर गंदे काम करने का आरोप लगाया था. महिला एसआई ने शिकायत में बताया था कि उसका ट्रांसफर होने के बाद भी आरोपी डीएसपी उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजता था. वह उसे फोन कर बार-बार परेशान करता था.

जांच कमेटी ने आरोपों को पाया सही

शिकायत के बाद एसपी ने आरोपी डीएसपी के खिलाफ मिली शिकायत की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया. जांच में महिला एसआई द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए. दोषी पाए जाने पर डीएसपी फैज खान को पुलिस मुख्यालय ने सस्पेंड कर उन्हें पटना में मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के कार्यालय में भेज दिया गया.

गृह विभाग को सौंपी आरोपों की रिपोर्ट

3 जून को आरोपी डीएसपी ने लिखित बयान दिए. उसके बाद पुलिस मुख्यालय ने दोषी डीएसपी के खिलाफ आरोपों की रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दी. बुधवार को विभाग ने आरोपी डीएसपी के खिलाफ 10 दिनों के भीतर विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं. इस मामले में विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच अधिकारी को संचालन अधिकारी नियुक्त किया है. पुलिस महकमे में आरोपी डीएसपी का मामला चर्चा में बना हुआ है.