कानपुर में स्ट्रीट डॉग की पीट-पीटकर हत्या, सेना के जवानों पर आरोप; पुलिस कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट

कानपुर में स्ट्रीट डॉग की पीट-पीटकर हत्या, सेना के जवानों पर आरोप; पुलिस कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया. यहां के केंट इलाके से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें तीन लोग एक कुत्ते को पहले तो बेरहमी से पीटते हैं फिर उसकी मौत हो जाने के बाद उसकी लाश को रस्सी से बांधकर घंसीटते हैं और उसे जंगल में फेंक देते हैं. आरोपियों ने सेना की वर्दी पहनी है.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में बेजुबान कुत्ते की निर्दयता से पिटाई करने का एक मामला सामने आया है. यहां एक बेजुबान को पहले तो बेरहमी से पीटा गया फिर जब उसकी मौत हो गई तो उसे स्कूटी से बांधकर खींचा गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद कानपुर के एक एनजीओ ने कानपुर जॉइंट पुलिस कमिश्नर से शिकायत करके मामले की जांच करवाने और आरोपी को सजा दिलाए जाने का निवेदन किया है.

लेकिन इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था क्योंकि जानकारी सामने आई है की ये पूरा मामला सेना के जवानों से जुड़ा हुआ है. वायरल वीडियो में साफ रूप से देखा जा सकता है कि तीन लोग एक कुत्ते को रस्सी से बांधकर लाठी डंडों से पीट रहे हैं, जिसमें एक युवक ने सेना के जवान की वर्दी पहनी हुई है. मामले में कानपुर की एक एनजीओ बेजुबान फाउंडेशन ने कानपुर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र को तहरीर देकर यह निवेदन किया है कि मामले में जांच कर दोषियों को सजा दी जाए.

सेना की वर्दी पहने हुए थे आरोपी

कानपुर के नवाबगंज स्थित बेजुबान फाउंडेशन के विवेक तिवारी का आरोप है कि सेना के जवान के द्वारा की गई निर्दयता पूर्ण हत्या पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने जॉइंट पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करके बताया कि गोल्फ क्लब के पास कानपुर कैंट में स्थित सेना के जवानों की वर्दी पहने लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. वीडियो में एक कुत्ते को रस्सी से बांधकर पहले आरोपियों ने डंडों से जमकर पीटा उसके बाद उसकी मौत हो जाने पर स्कूटी में बांधकर उसे घसीट कर ले जाकर जंगल में फेंक दिया.

लगाए डॉग हंटिंग जैसे संगीन आरोप

इसके अलावा विवेक ने कथित सेना के जवानों पर डॉग हंटिंग और गोली मारकर हत्या करने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए हैं. पूरे मामले में जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि वीडियो के आधार पर सेना के अधिकारियों से मामले की जांच कर दोषी जवान की पहचान किए जाने को लेकर बात हुई है. जैसे ही उनकी रिपोर्ट मिलेगी आगे की कार्रवाई की जाएगी.